महिमा सिंह
नयी दिल्ली। किडनी के मरीजों के सामने सबसे बड़ी समस्या डायलिसिस की है लेकिन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने गुरु हरकिशन अस्पताल में एक अलग वार्ड बनवा दिया है जहां यह सुविधा मुफ्त में मिलेगी। केवल डायलिसिस ही नहीं, खाना-पानी, दवा, इलाज, देखभाल, सब मुफ्त मिलेगा।
अभी 100 बेड पर 24 घंटे सेवा
दरअसल डायलिसिस के लिए ज्यादा अस्पताल नहीं हैं और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में एक बार का खर्च 5 से 8 हजार आता है। ऐतिहासिक गुरुद्वारे बाला साहिब में गुरु हरकिशन अस्पताल बन रहा है। पहले फेज में 100 बेड वाला डायलिसिस ब्लॉक शुरू किया गया है। इस ब्लॉक का नाम कार सेवा वाले बाबा हरबंस सिंह जी के नाम पर रखा गया है। यह अस्पताल चौबीसो घंटे काम करेगा। डायलिसिस ब्लॉक में प्राइवेट वॉर्ड से लेकर कोरोना मरीज को ध्यान में रखते हुए प्राइवेट रूम्स तक बनाए गए हैं। एक साल में यहां बेड की संख्या बढ़ाकर एक हजार करने की है। अभी 100 बेड पर 24 घंटे में 500 जरूरतमंदों की डायलिसिस की जा सकेगी।
वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस
कमेटी् के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि इस अस्पताल में हवाई जहाज के बिजनेस क्लास में मिलने वाली 50 इलेक्ट्रिक चेयर हैं। ऐसा इसलिए किया गया है कि डायलिसिस के दौरान अगर कोई मरीज बेड पर बोरियत या परेशानी महसूस करता है तो वह चेयर पर भी बैठ सकता है। उनके अनुसार यह हाइटेक सुविधाओं से लैस है। यहां लगाई गई मशीनें और सभी उपकरण जर्मनी से मंगाए गए हैं। सभी मशीनें आधुनिक होने के साथ ही लेटेस्ट टैक्नोलॉजी से लैस हैं। वर्ल्ड क्लास सुविधायें हैं।
कोई कैश काउंटर नहीं
गुरुद्वारा कमिटी का दावा है कि यह दुनिया का पहला अस्पताल है जिसमें ‘कैश काउंटर’ नहीं बनाया गया है। मरीजों को सिर्फ अपना नाम रजिस्टर कराना होगा। इलाज में भेदभाव की गुंजाइश नहीं है क्योंकि किसी की जाति नहीं पूछी जायेगी, न आईडी, न आधार, न धर्म की जानकारी ली जायेगी।
कैसे पहुंचें यहां तक
यह दक्षिण दिल्ली के सराय काले खां स्थित गुरुद्वारा बाला साहिब कॉम्पलेक्स में है। 011 2634 6437 नंबर पर संपर्क कर और ज्यादा जानकारी ली जा सकती है। नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट से 12 किलोमीटर दूर स्थित इस अस्पताल तक करीब 35 मिनट में पहुंचा जा सकता है।