नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। लाल किले के प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने हेल्थ सेक्टर पर भी बात की और कहा कि सरकार की जन औषधि केंद्रों की संख्या 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार करने की योजना है। इन केंद्रों ने लोगों को नई शक्ति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इनके माध्यम से हम 100 रुपये कीमत वाली दवाओं को 10 से 15 रुपये में दे रहे हैं। इन केंद्रों ने 20 हजार करोड़ रुपये की बचत करके देश के मध्यम वर्ग को नई ताकत दी है।
50 नर्सों को सपरिवार बुलाया था
इस खास मौके पर देश भर से 50 नर्सों को उनके परिवार के सदस्यों के साथ लाल किले की प्राचीर से समारोह में भाग लेने और देखने के लिए विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। प्रधानमंत्री ने देश का भाग्य बदलने के प्रयासों के लिए नर्सों, डॉक्टरों और अन्य लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोविड ने हमें सिखाया है कि मानव केंद्रित दृष्टिकोण के बिना दुनिया का विकास संभव नहीं है।
आशा कार्यकर्ताओं के काम को सराहा
देश के व्यापक स्वास्थ्य कवरेज में सुधार के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने आयुष्मान भारत में 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है, जो बीपीएल परिवारों को 5 लाख रुपये की वार्षिक स्वास्थ्य गारंटी प्रदान करता है। उन्होंने 200 करोड़ से अधिक कोविड टीकाकरण की उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, विशेष रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं के समर्पण और लगातार प्रयासों के लिए उनके अनुकरणीय योगदान की सराहना की।