नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। Mpox के मामलों को देखते हुए दुनिया भर में दहशत का माहौल तो बन गया है लेकिन इसकी पहली वैक्सीन को मिली मंजूरी राहत देने वाली है। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों सरकारों को कुछ जरूरी गाइडलाइन जारी की हैं जिससे इस वायरस के फैलाव को रोका जा सके।
स्वास्थ्य तैयारियों का जायजा लेते रहें राज्य
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने हाल ही राज्यों को पत्र लिखा है कि इस वायरस की स्थिति पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। आप पहले मंकीपॉक्स वायरस के लिए लोगों के बीच फैले अनावश्यक डर को फैलने से रोकें। वह अपने स्वास्थ्य केंद्रो पर सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों का जायजा लें जिससे किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से आसानी से निपटा जा सके।
मंकीपॉक्स के लक्षण
एक्सपर्ट के अनुसार मंकीपॉक्स का सबसे आम लक्षण त्वचा पर होने वाले चकत्ते हैं। इसके बाद लगातार रहने वाला बुखार भी इसका एक आम लक्षण है। इसके अलावा सिर और हाथ पैरों की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। इसमें बहुत अधिक ठंड लग सकती है और थकावट भी होगी। गौरतलब है कि संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने, यौन संबंध बनाने, शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क के कारण ये संक्रमण हो सकता है।
संक्रमण को लेकर भ्रांतियां मिथ्या
मंकीपॉक्स को लेकर कई भ्रांतियां भी हैं जो निराधार हैं। एक्सपर्ट ने कई भ्रांतियों को दूर भी किया है। जैसे कोविड की तरह इसके वायरस हवा में नहीं रहते हैं। इसलिए भीड़भाड़ वाली जगह जाने पर वायरस की चपेट में आने की बात नहीं है। केवल संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट रहने से बचें। दूसरा, ऐसे मामले समलैंगिकों में मिले हैं लेकिन इम्युनिटी कमजोर होने पर संक्रमित हो सकते हैं। तीसरा, संक्रमण से मौत की बात भी गलत है। समय पर पहचान, बचाव से भी उबर सकते हैं।