नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। मध्यप्रदेष के इंदौर को लगातार आठवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का ताज मिला है। दूसरे नंबर पर सूरत का नाम है। स्वच्छ सर्वेक्षण अवार्ड 2023 के नतीजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक समारोह में जारी किये।
सफाई मित्रों के मेहनत को सराहा
यहां एक समारोह में उन्होंने कहा कि हमारे सफाई मित्र हमारे स्वच्छता अभियान के तहत अग्रिम मोर्चे के सैनिक रहे हैं। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि सफाई मित्रों की सुरक्षा, सम्मान और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि मशीनीकृत सफाई के माध्यम से मैनहोल को समाप्त करके और मशीन-होल के माध्यम से स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करके ही हम एक संवेदनशील समाज के रूप में अपनी सही पहचान बना पाएंगे।
कई कैटेगरी में मिले अवार्ड
अवार्ड को कई अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में महाराष्ट्र के सासवड़ को सबसे स्वच्छ शहर का टाइटल मिला। छत्तीसगढ़ के पाटन और महाराष्ट्र के लोनावाला को इस कैटेगरी में दूसरे और तीसरे नंबर पर रखा गया। सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट एरिया का अवार्ड मध्य प्रदेश के महू को तो वाराणसी को गंगा किनारे बसे शहरों में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला। दूसरे नंबर पर प्रयागराज रहा। स्वच्छ सर्वेक्षण में सबसे बेस्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों में पहली जगह महाराष्ट्र ने हासिल की. दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश और तीसरे नंबर पर छत्तीसगढ़ रहा। टॉप 10 स्वच्छ शहरों के नाम हैं-इंदौर और सूरत, नवी मुंबई, विशाखापट्टनम, भोपाल, विजयवाड़ा, एनएमडीसी, तिरुपति, ग्रेटर हैदराबाद और पुणे।