डॉ. आर. कांत
नयी दिल्ली। सर्दियों का सुहावना मौसम अपने साथ स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी लेकर आता है। इस दौरान गले में खराश, सर्दी-जुकाम, सीने में जकड़न जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी बरत कर जाड़े के मौसम का आनंद लिया जा सकता है। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित मरीजों को इस मौसम में खास ध्यान देना जरूरी होता है।
कई तरह के रोग होंगे ठंड के प्रभाव से
लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से अंततः आपके शरीर की संग्रहीत ऊर्जा खर्च हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप हाइपोथर्मिया (इसमें असामान्य रूप से शरीर का तापमान कम हो जाता है) मस्तिष्क को प्रभावित करता है, जिससे पीड़ित व्यक्ति स्पष्ट रूप से सोचने या अच्छी तरह से चलने में असमर्थ हो जाता है। ठंड के संपर्क में आने पर शरीर तेजी से गर्मी खो सकता है। इससे ठंड से संबंधित बीमारी या मृत्यु भी हो सकती है। ठंड से संबंधित बीमारी में हाइपोथर्मिया, शीतदंश, ट्रेंच फुट या चिलब्लेन्स जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं। यह सब तब होती हैं जब शरीर बहुत ठंडा हो जाता है।
ये सब करना होगा
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए ड्राईफ्रूट्स और नट्स का सेवन करें। मुख्य रूप से काजू, बादाम और अखरोट जैसे ड्राईफ्रूट्स इसका अच्छा स्रोत होते हैं, जो आपके शरीर को गर्म रख सकते हैं। अगर आपको बार-बार सर्दी खांसी की समस्या सताती है तो आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। इसलिए आप जितना हो सके विटामिन डी युक्त आहार लें। विटामिन सी (आँवला, संतरा, नींबू आदि) का खूब सेवन करें।
(लेखक प्रसिद्ध होमियोपैथिक चिकित्सक हैं)