नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। नये साल में मोटापे और स्लीप एपनिया (OSA) से छुटकारा दिलाने वाली दवा भारत में लॉन्च हो रही है। Tirzepatide नाम की यह दवा अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) से मंजूरी के बाद अमेरिका के बाजार में उतर चुकी है। भारत में यह मौंजारो (Mounjaro) ब्रांड नाम से उपलब्ध होगी।
टाइप 2 डायबिटीज मरीजों पर भी प्रभावी
रिपार्ट के मुताबिक स्लीप एपनिया के मरीजों को अब तक केवल CPAP और Bi-Pap ठप-च्ंच जैसे ब्रीदिंग उपकरण का सहारा लेना पड़ता था। यह दवा वजन घटाने में मदद करती है जो OSA के इलाज में महत्वपूर्ण है क्योंकि मोटापे से ग्रस्त लोगों में सांस रुकने की समस्या अधिक पाई जाती है। इस दवा का निर्माण एली लिली नाम की कंपनी ने किया है। कंपनी का कहना है कि यह दवा मोटापे और टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों पर व्यापक असर दिखा रही है।
भारत में 104 मिलियन लोग स्लीप एपनिया रोगी
स्लीप मेडिसिन रिव्यूज में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार भारत में लगभग 104 मिलियन लोग स्लीप एपनिया से जूझ रहे हैं। इनमें से 47 मिलियन लोगों में यह समस्या मध्यम से गंभीर स्तर तक है। जेपबाउंड को मंजूरी दो रैंडमाइज्ड, डबल-ब्लाइंड, प्लेसीबो-कंट्रोल्ड स्टडीज के आधार पर दी गई है, जिसमें 469 मोटापे से ग्रस्त वयस्क शामिल थे। इन अध्ययनों में दवा ने स्लीप एपनिया और वजन दोनों में सुधार दिखाया।