नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। नेशनल टेली मेडीसिन हेल्थ प्रोग्राम टेली-मानस को 10 महीने में दो लाख से अधिक कॉल आये। इसकी स्थापना अक्टूबर 2022 में की गयी थी ताकि देश में मानसिक स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता को मजबूत किया जा सके।
तीन महीने में एक लाख से अधिक कॉल
जानकारी के मुताबिक अप्रैल 2023 तक एक लाख कॉल मिले थे थे और तीन महीने में यह संख्या बढ़कर दो लाख जा पहुंची। टेली-मानस के 42 से अधिक प्रकोष्ठ काम कर रहे हैं। प्रकोष्ठ प्रति दिन 20 भाषाओं में 1,300 से अधिक फोन करने वालों को सेवायें दे रहे हैं। इस काम के लिए 1900 से अधिक काउंसलरों को प्रशिक्षित किया गया है। सबसे आम शिकायतों में अवसाद, अनिद्रा, दबाव और तनाव शामिल हैं। काउंसलरों ने लगभग सात हजार लोगों को दोबारा फोन करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली है। जिन लोगों को विशेष देखभाल की जरूरत थी, उन्हें DMHP और अन्य निकटवर्ती स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों के साथ जोड़ा गया।
परीक्षार्थियों को मिली है सहायता
परीक्षाओं के दौरान परीक्षा संबंधी तनाव से जुड़ी कॉल्स में तेजी देखी गई है। काउंसलरों ने उन्हें जरूरी परामर्श दिया और बताया कि कैसे खुद अपनी सहायता की जा सकती है। विभिन्न शिक्षण संस्थानों में ज्यादा से ज्यादा छात्रों तक पहुंच बनाने की कोशिशें की जा रही है। आने वाले दिनों में ई-संजीवनी के साथ भी सभी सेवाओं को जोड़ दिया जायेगा।