नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोरोना के JN.1 वैरिएंट से जान की हानि का मामला कम सामने आ रहा है लेकिन संक्राकमता तेजी से फैल रही है। इस गंभीर स्वास्थ्य चुनौती से आखिरकार कोरोना प्रोटोकॉल ही बचा सकेगा। देखा जा रहा है कि अभी रोज 500 के करीब संक्रमण हो रहा है।
मास्क के बिना चारा नहीं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक वैक्सीनेशन के कारण संक्रमण के बाद गंभीर रोगों का जोखिम कम तो हो गया है लेकिन चिंता बरकरार है। सामने छुट्टियां हैं, नए साल का जश्न और ठंड का मौसम भी है। इस हालत में सावधानी बरतते रहना बहुत आवश्यक है। एक्सपर्ट बताते हैं कि मास्क तो जरूर ही पहनें। इससे संक्रमण से बचाव होगा। दो गज की दूरी का भी ख्याल रखना होगा ताकि इसके प्रसार को रोका जा सके। ये कोरोना के खतरे से सुरक्षित रखने का बेहतर तरीका है।
इम्युनिटी पर देना होगा ध्यान
पिछले दौर में भी कमजोर इम्युनिटी वाले कोरोना की चपेट में पहले आये थें वैक्सिनेशन ने सहारा तो दिया लेकिन JN.1 के बारे में कहा जा रहा है कि यह इस कवच को भी चकमा देने में माहिर है। इसलिए इम्युनिटी बढ़ाने वाले उपाय करे होंगे। जैसे आहार में पौष्टिक चीजों को लेना, काढ़े का सेवन और नियमित व्यायाम-योग की आदत आदि। इस काम में पांपरिक चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद का सहयोग जरूरी है। कोरोना के पहले दौर में भी आयुर्वेदिक उपायों ने चमत्कार दिखाया है।