ब्रांडेड और महंगी दवा लिखी तो होगा एक्शन
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। लखनऊ से बड़ी खबर आयी है। राज्य स्वास्थ्स विभाग ने सभी डॉक्टरों का आदेष दिया है कि अब वे मरीजों को सिर्फ जेनेरिक दवा लिखें। अब दवा का नाम भी नहीं, सॉल्ट लिखना होगा। ब्रांडेड और महंगी दवाओं को भूल जाना होगा। अगर ऐसा हुआ तो एक्षन लिया जायेगा।
उप मुख्यमंत्री के आदेश पर हरकत में विभाग
मिल रही खबरों के मुताबिक दो दिन पहले यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग को सख्त हिदायत दी थी है कि कोई डॉक्टर ब्रांडेड दवाईयां पर्चे पर नहीं लिखेंगे। डॉक्टरों को जेनरिक दवाएं ही लिखनी होगी और उनका सॉल्ट लिखना होगा। इस आदेश के बाद अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा और स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने सभी डॉक्टरों को आदेश जारी कर कहा है कि वो जेनेरिक दवा ही लिखें। चिकित्सा विभाग द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि सभी सरकारी अस्पतालों को उपलब्ध दवाओं की सूची देनी होगी। डॉक्टर किसी भी कीमत पर मरीजों को बाहर से दवाएं नहीं लिखेंगे। अगर अस्पताल में कोई दवा नहीं है तो डॉक्टर उस दवा के ब्रांड का नाम लिखने की बजाय उसका सॉल्ट लिखेंगे ताकि मरीज सरकारी अस्पताल के जन औषधि केंद्र पर जाकर सॉल्ट के मुताबिक जेनेरिक दवा खरीद सके। इस आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है।