पटना (स्वस्थ भारत मीडिया)। डेंगू का कोहराम पूरे सूबे में मचा है। सबसे ज्यादा पीड़ित राजधानी पटना है जहां अब तक दो हजार के आसपास मरीज हो गये है। अन्य जिलों में भी हर रोज सौ-डेढ़ सौ डेंगू पीड़ित मरीज सामने आ रहे हैं। स्थिति को भयावह इसलिए भी कहा जा सकता है कि डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की लंबी कतार अस्पतालों में लग रही है।
सरकार हुई सक्रिय
कुछ दिन पूर्व सफाई कर्मियों की हड़ताल से पूरी राजधानी गंदगी से पट गयी थी। फिर बारिष ने इसे फलने-फूलने का मौका दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सरकारी स्तर पर भी रोकथाम के प्रयास हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक डॉ. विनय कुमार शर्मा ने हेल्पलाइन नंबर 104 जारी किया है। इसके अलावा नगर विकास विभाग को निर्देष दिया है कि नगर निगम के माध्यम से न केवल कूड़ा उठाव नियमित हो बल्कि फॉगिंग का दायरा भी बढ़ाया जाये। वार्डों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से भी जागरूकता फैलायें। जहां-तहां कचरा फेंकने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगेगा।
25 बेड का डेंगू वार्ड बना
बीमारी की गंभीर स्थिति को देखते हुए पीएमसीएच में 25 बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने उम्मीद जताई है कि ठंड के आगमन के साथ डेंगू के फैलाव में कमी आने लगेगी।