नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। पटना में स्थापित पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) सौ साल का हो गया। इस मौके पर निर्मित नये भवन का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा, राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी उपस्थित थे।
PMCH का रहा गौरवशाली इतिहास
राष्ट्रपति ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज बिहार की अमूल्य धरोहरों में से एक है। इस संस्थान का पुरातनता को संरक्षित करने और आधुनिकता की ओर निरंतर अग्रसर होने का गौरवशाली इतिहास रहा है। पीएमसीएच एशिया के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में से एक था। इस संस्थान के पूर्व छात्रों ने अपनी प्रतिभा, सेवा और समर्पण के बल पर देश-विदेश में अपना और पीएमसीएच का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए दूसरे शहर या राज्य में जाना कई तरह से प्रभावित करता है, जैसे इलाज में देरी, भोजन, आवास और रोजगार की समस्या। इससे बड़े शहरों के चिकित्सा संस्थानों पर भी बोझ बढ़ता है। देश भर में अच्छे चिकित्सा संस्थानों का विकेंद्रीकरण इन सभी समस्याओं को हल करने में मददगार साबित होगा। चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई और इंदौर जैसे शहर विशेष उपचार के केंद्र के रूप में विकसित हुए हैं। बिहार को भी ऐसे कई केंद्र विकसित करने चाहिए। इससे न केवल बिहार के लोगों को अच्छी चिकित्सा सुविधा मिलेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। पीएमसीएच और इसके पूर्व छात्र अपने अनुभव से इस प्रयास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
PMCH अपनाए नवीनतम तकनीक
राष्ट्रपति ने कहा कि यह तकनीक का युग है। चिकित्सा क्षेत्र में भी तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसी तकनीकें चिकित्सा प्रक्रिया को सरल और सटीक बना रही हैं। उन्होंने पीएमसीएच के सभी हितधारकों से नवीनतम तकनीकों को अपनाने के लिए हमेशा तैयार रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल इलाज आसान होगा बल्कि डॉक्टरों का ज्ञान और दक्षता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर शोधकर्ता, चिकित्सक, शिक्षक और परामर्शदाता भी हैं। इन सभी भूमिकाओं में वे लोगों और समाज की सेवा करते हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं। उन्होंने डॉक्टर्स से लोगों को रक्तदान और अंगदान के महत्व के बारे में जागरूक करने का आग्रह किया।
PMCH में सर्जरी का बेसिक सामान तक नहीं
पीएमसीएच के 100 साल पूरे होने पर निर्मित नई बिल्डिंग का इंफ्रास्ट्रक्चर करीब 903 करोड़ का है। पर रिपोर्ट कहती है कि हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी का बेसिक सामान तक नहीं है। बेटाडिन, स्क्रब और लाइफ ब्वॉय साबुन तक मरीज से मांगे जा रहे हैं। हड्डी विभाग में ऑपरेशन के लिए इम्प्लांट और जरूरी सामान मरीजों को लाना पड़ रहा है। ओटी नंबर-4 और 5 में करीब ढ़ाई लाख के दो ऑपरेशन बेड भी डॉक्टरों के दान किए हुए हैं। वहीं कार्डियो थेरेसिक डिपार्टमेंट 23 साल से लगातार सक्शन मशीन व वैट सर्जरी का सामान मांग रहा है। फ्री में एक्स-रे के लिए लंबी लाइन लगी है। दूसरी ओर सक्रिय दलाल 250 रुपए में तत्काल सुविधा मुहैया कराने का ऑफर दे रहे हैं।
PMCH में इन उपकरणों का अभाव
सर्जिकल उपकरणों की सूची, जिसकी जरूरत है वो है बोन कटर इंस्ट्रूमेंट ट्रॉली, बीपी इंस्ट्रूमेंट फिज, सीजर सक्शन मशीन, सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट बॉक्स स्किन हुक, स्किन रिट्रैक्टर, स्किन ग्राफ्टिंग हैंडल, नेल एक्सट्रैक्टर सेट, लंबा पेरियोस्टियल एलिवेटर, लंबा और घुमावदार पेरियोस्टियल एलिवेटर, लंबा और घुमावदार हड्डी एलिवेटर। ऑर्थाेपेडिक डिपार्टमेंट ओटी-5 में 50 सामानों की पिछले कई वर्षों से जरूरत है। पांच साल में कई बार मांगी जा चुकी है, पर उपलब्ध नहीं हुआ। कार्डियो थेरासिक 2002 से सक्शन मशीन व वैट का सामान मांगा जा रहा है। सीना के ऑपरेशन के लिए इमरजेंसी से लाना पड़ता है।