नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री और IRCS के अध्यक्ष डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “सेवा और सहयोग हमारी विरासत का हिस्सा हैं और वे हमारे संस्कार का एक अभिन्न अंग हैं। ये भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के आदर्श वाक्य को भी रेखांकित और परिभाषित करते हैं जो जरूरत और आपात स्थिति में मानवता की सेवा और सहायता के प्रति अपने काम के लिए जाना जाता है। वे इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (IRCS) के राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लीडरशिप समिट का उद्घाटन कर रहे थे।
दो दिनों का चिंतन शिविर
इस दो दिवसीय चिंतन शिविर के आयोजन का उद्देश्य IRCS के कामकाज में सुधार के तरीकों और साधनों पर गहन विचार-विमर्श करना है। बैठक में राज्य रेड क्रॉस के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, सचिवों और आईआरसीएस के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। IRCS को उसके सराहनीय कार्य के लिए बधाई देते हुए डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि रेड क्रॉस लोगों के बीच उम्मीद और आशा की किरण के तौर पर पहचाना जाता है। यह भरोसे और सुनिश्चित उपस्थिति का प्रतीक है। लेकिन उन्होंने आगाह किया कि अगर IRCS बदलते समय के साथ तालमेल नहीं बिठाता तो इसकी प्रासंगिकता और पहचान खो सकती है।