नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कैलिफोर्निया कैंसर सेंटर सिटी ऑफ होप के वैज्ञानिकों ने ओरल केेमोथेरेपी की प्रभावी दवा विकसित की है जिसकी मदद से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद मिल सकती है। इससे स्वस्थ कोशिकाओं को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है। सेल केमिकल बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार एक गोली से घंटों की केमोथेरेपी और उसके दर्द को कम किया जा सकता है। वैसे दवा का परीक्षण केवल जानवरों पर किया गया है लेकिन कोई दुष्प्रभाव नहीं मिला। शोधकर्ताओं ने 70 प्रकार के कैंसर पर इस दवा के प्रभावों की जांच की, जिसमें से अधिकतर में इसके असरदार परिणाम देखे गए हैं।
AI से कैंसर की खोज और उपचार
मुंबई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल ने एक खास पहल की है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से कैंसर की पहचान और शुरुआती निदान संभव होगा। इससे कीमोथेरेपी से बचने में भी मदद मिलेगी। यह अस्पताल भारत का सबसे बड़ा कैंसर अस्पताल है।
इम्यूनोथेरेपी कैंसर में फायदेमंद
एक नए अध्ययन में पता चला है कि एंडोमेट्रियल (गर्भाशय में होने वाली समस्या) और कोलन कैंसर रोगियों के लिए इम्यूनोथेरेपी फायदेमंद है। यह मरीजों को जीवन की अच्छी क्वालिटी के साथ जीवित रख पाने में सक्षम हैं। यह कैंसर के आखिरी स्टेज में भी कारगर हो सकती है। जर्नल कैंसर सेल में प्रकाशित एक स्टडी में शोधकर्ताओं ने 1,655 रोगियों के एक समूह को देखा, जिन्हें कोलोरेक्टल या एंडोमेट्रियल कैंसर था। इन पर इसका सकारात्मक असर हुआ। यह इम्यूनिटी बढ़ाने वाली थेरेपी है। यह प्रभावित अंग में जो हेल्दी सेल्स हैं, उनको मजबूत बनाती हैं।