नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोरोना वायरस जंगल से इंसानों के बीच कस्तूरी बिलाव, चूहे और रैकून कुत्तों के जरिये पहुंचा। चार साल बाद यह खुलासा अमेरिका के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में किया है जिसमें उन्होंने चीन के वुहान बाजार से एकत्रित नमूनों की जांच की गई है। मेडिकल जर्नल सेल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार चीन के वुहान स्थित सीफूड मार्केट में सबसे पहले कोरोना वायरस का पता चला। इसके बाद साल 2020 में फिर सैंपल एकत्र कर जांच की गयी थी।
जल्द बाजार में आ जायेगी पार्किंसन की दवा
नर्वस सिस्टम की बीमारी पार्किंसन की दवा जल्द बाजार में आ सकती है। पहले इसका ट्रायल जानवरों पर हुआ। इंसानों पर फेज-1 का ट्रायल सफल रहा है। इस शोध से जुड़े मुख्य रसायन विज्ञानी व कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत ने मीडिया को यह जानकारी दी। पिछले साल मानव फेज 1 क्लिनिकल ट्रायल पर रिसर्च को ब्लूमबर्ग और वॉल स्ट्रीट जर्नल ने भी प्रकाशित किया था। इस रोग में अंगों पर से आदमी का नियंत्रण समाप्त हो जाता है।
जीका वायरस के लिए वैक्सीन लाने की तैयारी
ICMR और हैदराबाद स्थित इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स ने जीका वायरस से उत्पन्न बीमारी के लिए वैक्सीन विकसित करने के लिए हाथ मिलाया है। इस साल भारत में जीका के करीब 600 मामले सामने आए हैं। यह एडीज मच्छर द्वारा फैलता है और यह रोग गर्भावस्था के दौरान, यौन संपर्क, रक्त आधान और अंग प्रत्यारोपण के माध्यम से भ्रूण में फैल सकता है। फिलहाल जीका वायरस के विरुद्ध कोई विशिष्ट उपचार या टीका उपलब्ध नहीं है। भारत बायोटेक भी इस रोग के विरुद्ध टीका विकसित करने पर काम कर रहा है।