अब तक, 86% मौत के मामलों में मधुमेह, किडनी की क्रोनिक दिक्कतें, उच्च रक्तचाप और दिल से संबंधित समस्याएं भी देखने में आई हैं। हालांकि 19% पुष्ट मामले बुजुर्गों में दर्ज किये गये हैं। उनमें 63% मौतें देखी गई हैं।
नई दिल्ली /7 अप्रैल (आशुतोष कुमार सिंंह )
देश में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलोंं के बीच कुछ चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार अब तक संक्रमण के 4067 मामलों की पुष्टि की गयी है और 109 मौतें हुई हैं। 291 व्यक्तियों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गयी है। इन आंकड़ोंं में 76 फीसद कोरोना पॉजिटिव पुरूष पाए गए हैंं जबकि 24 फीसद मामले महिलाओं के हैं।47 फीसद लोग 40 वर्ष से कम आयु के हैं। 34 फीसद 40-60 वर्ष आयु वर्ग के हैं। 19 फीसद लोग 60 या उससे अधिक आयु वर्ग के हैं। कोविड– 19 के कारण हुई 109 मौतों का विश्लेषण करने के बाद जो आंकड़े सामने आए है उसके अनुसार मरने वालोंं में 73 फीसद पुरुष एव 27 फीसद महिलाएं। मरने वालों मेंं 63 फीसद बुजुर्ग 30 फीसद 40-60 आयु वर्ग के । 7 फीसद लोगों की आयु 40 वर्ष से कम है।
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अब तक, 86% मौत के मामलों में मधुमेह, किडनी की क्रोनिक दिक्कतें, उच्च रक्तचाप और दिल से संबंधित समस्याएं भी देखने में आई हैं। हालांकि 19% पुष्ट मामले बुजुर्गों में दर्ज किये गये हैं। उनमें 63% मौतें देखी गई हैं। इस लिहाज़ से बुजुर्ग लोग एक अत्यधिक जोखिम वाली आबादी हैं। इसके अलावा, 37% मौतें 60 साल से कम उम्र के लोगों की हुई हैं। सह-रुग्णता वाले लोगों की करीब 86% मौतें बताती हैं कि सह-रुग्णता वाले युवाओं पर भी कोविड -19 अत्यधिक जोखिम है।
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सरकारी हेल्पलाइन
कोविड– 19 से जुड़े तकनीकी मुद्दों पर दिशा-निर्देशों एवं सलाह से संबंधित सभी प्रामाणिक और अद्यतन जानकारी के लिए नियमित रूप से देखें: https://www.mohfw.gov.in/.
कोविड – 19 से संबंधित तकनीकी प्रश्नों को [email protected] पर ई-मेल किया जा सकता है तथा अन्य सवालों को [email protected] पर भेजा जा सकता है। कोविड – 19 से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की हेल्पलाइन नं.: +91-11-23978046 या 1075 (टोल फ्री) पर संपर्क किया जा सकता है। कोविड –19 से जुड़ी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों की हेल्पलाइन नंबरों की सूची भी https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf पर उपलब्ध है।
भारत सरकार सक्रिय
भारत सरकार राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के साथ मिलकर देश में कोविड -19 की रोकथाम, बचाव और प्रबंधन के लिए कई कदम उठा रही है। इन कदमों की नियमित रूप से उच्चस्तरीय समीक्षा एवं निगरानी की जा रही है।
कैबिनेट सचिव राज्य के सभी हिस्सों में इस बीमारी के खिलाफ प्रतिक्रिया की एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्तरों पर विभिन्न जिला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं। सभी जिलों को कोविड -19 के लिए जिला स्तर पर एक आपदा प्रबंधन योजना तैयार रखने की सलाह दी गई है।
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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के प्रकोप से बचाव के लिए क्वारंटाइन सुविधाओं की स्थापना के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं। यह दिशा-निर्देश संदिग्ध और अत्यधिक जोखिम वाले संपर्कों को क्वारंटाइन किये गये अन्य व्यक्तियों से जल्द से जल्द अलग करने पर केंद्रित हैं। इन दिशा-निर्देशों तक निम्नलिखित लिंक जरिए पहुंचा जा सकता है:
https://www.mohfw.gov.in/pdf/90542653311584546120quartineguidelines.pdf
मंत्रालय ने कोविड-19 के रोगियों को संभालने, उनकी चिकित्सा और उपचार/निदान/ क्वारंटाइन के दौरान निकले अपशिष्ट के निपटान के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किये हैं, जो इस लिंक पर उपलब्ध हैं:
https://www.mohfw.gov.in/pdf/63948609501585568987wastesguidelines.pdf.
इसके अलावा, कोविड-19 के संक्रमण के दौरान तनाव और चिंता के प्रबंधन के लिए कुछ सूचनात्मक वीडियो भी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट किये जाते हैं। राज्यों को पहले ही क्वारंटाइन केंद्रों एवं कोविड–19 के लिए विशिष्ट अस्पतालों के निर्माण, अन्य चिकित्सा उपकरणों के इंतजाम, रोगियों के उपचार और कोविड–19 के प्रबंधन से संबंधित सभी गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) के धन का उपयोग करने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त, एनएचएम ने पहले ही सभी राज्यों को 1100 करोड़ रुपए आवंटित कर दिये थे और 3000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त धनराशि आज जारी की गई। इसके अलावा, एन-95 मास्क, वेंटिलेटर और पीपीई केंद्रीय पूल से खरीदे जा रहे हैं और देशभर के सभी राज्यों में वितरित किये जा रहे हैं।