नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 फरवरी को रेवाड़ी में एम्स की आधारशिला रखी। इसके बनने में 1650 करोड़ खर्च आने का अनुमान है। यह प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) योजना के अंतर्गत बनने वाला है। इससे हरियाणा और राजस्थान के लोगों को लाभ मिलेगा।
हेल्थ सेक्टर के महत्व को रेखांकित किया
समारोह में स्वास्थ्य क्षेत्र में परिवर्तन की तीव्र गति को उन्होंने देश में लोगों की बढ़ती आकांक्षाओं से जोड़ा। उन्होंने 2047 तक देश को विकसित भारत के विजन की ओर आगे बढ़ाने में स्वास्थ्य क्षेत्र के महत्व को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित हरियाणा ही एक विकसित भारत का नेतृत्व कर सकता है। आधारभूत अवसंरचना के विकास में बेहतर स्वास्थ्य देखभाल भी इस विजन में शामिल है। सुविधाएं और स्वास्थ्य देश के विकास एजेंडे का मूलभूत भाग है।
रोजगार और मेडिकल शिक्षा भी मिलेगी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एम्स रेवाड़ी न केवल हरियाणा की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं पूरी करेगा बल्कि युवाओं के लिए नौकरियां भी पैदा करेगा और उन्हें मेडिकल शिक्षा हासिल करने के अवसर भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हरियाणा के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज सहित 15 नए एम्स और 300 से अधिक नए मेडिकल कॉलेजों को स्वीकृति दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने हरियाणा के स्वास्थ्य सेवा इकोसिस्टम के लिए एक ऐतिहासिक दिन बताया।
750 बेड होंगे इस एम्स में
रेवाड़ी में यह एम्स 203 एकड़ भूमि पर विकसित किया जा रहा है। इसमें 750 बेड होंगे। इसके साथ सौ सीटों वाला मेडिकल कॉलेज, 60 सीटों वाला नर्सिंग कॉलेज, 30 बेड वाला आयुष ब्लॉक, फेकल्टी तथा कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर, छात्रों के लिए छात्रावास, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि भी होंगे। यहां 17 सुपर स्पेशलिटी और 18 स्पेशलिटी विभाग होंगे। स्पेशलिटी ब्लॉक में 360 बेड होंगे, जबकि सुपर स्पेशलिटी यूनिट में 215 बेड, 75 बेड वाली आईसीयू, 30 बेड वाला आपातकालीन और ट्रॉमा सेंटर, 16 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, दो छोटे ऑपरेशन थिएटर, लैब, ब्लड बैंक और फार्मेसी भी होंगी।