नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केरल में 10वीं कक्षा के टॉपर 16 वर्षीय सारंग का निधन तो रिजल्ट जारी होने से पहले ही हो गया था लेकिन उसके अंगों ने 6 लोगों को नयी जिंदगी दे दी। उसने ए प्लस ग्रेड हासिल किया था। उसकी मौत एक सड़क हादसे में हो गयी थी।
अंगदान से छह लोगों को मिली जिंदगी
यह एक दर्दनाक मौत तो थी ही, परीक्षा के नतीजे ने दुख और बढ़ा दिया। उनके दुखी माता-पिता ने उनके अंगों को दान करने का फैसला किया, जिससे छह लोगों की जान बचाई जा सकी। सारंग की आंखें, लीवर, दिल और बोन मैरो दान की गयी। उसका दिल दूसरे दिन कोट्टायम में एक बच्चे के लिए लिया गया था। अंग प्रत्यारोपण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिवार को शव सौंपा गया।
फुटबॉल प्रेमी था सारंग
मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक वह बेहद प्रतिभावान फुटबॉल खिलाड़ी था। वह केरला ब्लास्टर्स के प्रशिक्षण सत्र में जाना चाहता था। उसने अस्पताल में उपचार के दौरान भी फुटबॉल के लिए जूते खरीदने की अपनी इच्छा जताई थी। वहां के सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी परीक्षा के नतीजे जारी करने पहुंचे थे। सारंग के बारे में जानकारी मिलने पर मंत्री की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा था कि सारंग ने सभी विषयों के लिए पूर्ण ए प्लस ग्रेड हासिल किया, वह भी बिना ग्रेस मार्क्स के। अंगदान करने के परिवार के फैसले पर उनका कहना था कि इससे समाज को इसके लिए प्रोत्साहन मिलेगा।