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विज्ञान दिवस पर विज्ञान-संचारकों को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

नयी दिल्ली। वैज्ञानिक चेतना के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले विज्ञान संचारकों को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी डॉ. जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार दिया। NCSTC की ओर से हर वर्ष ये पुरस्कार दिये जाते हैं। इस मौके पर ‘अवसर’ (ऑग्मेंटिंग राइटिंग स्किल्स फॉर आर्टिकुलेटिंग रिसर्च) प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया है। डॉ. सिंह ने विदेशों में बसे भारतीय प्रवासियों के लिए वैभव फेलोशिप की शुरू करने की घोषणा की है।

छह श्रेणियों में पुरस्कार

NCSTC द्वारा छह श्रेणियों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राष्ट्रीय संचार पुरस्कार दिया जाता है। जबकि, ‘अवसर’ एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता है, जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े विभिन्न विषयों में डॉक्टोरल या पोस्ट डॉक्टोरल शोधार्थियों से उनके शोध विषय पर आधारित सरल भाषा में आलेख आमंत्रित किए जाते हैं, और सर्वश्रेष्ठ आलेखों को पुरस्कृत किया जाता है।

पीएचडी श्रेणी में पहला पुरस्कार पटना की नेहा को

‘अवसर’ प्रतियोगिता के अंतर्गत पोस्ट डॉक्टोरल श्रेणी में उत्कृष्ट आलेख के लिए प्रथम पुरस्कार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के शोधकर्ता डॉ अमृतेश कुमार को प्रदान किया गया है। पीएचडी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार आईआईटी पटना की शोधार्थी नेहा पाराशर को मिला है। द्वितीय पुरस्कार आईआईटी, हैदराबाद की शोधार्थी अनीस फातिमा और महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, राहुरी, महाराष्ट्र में डॉक्टोरल रिसर्च स्कॉलर अंकुश पुरुषोत्तम वानखेड़े को प्रदान किया गया है। तीसरा पुरस्कार CSIR-CFTRI, मैसूर की शोधार्थी रोहिणी बी. और हैदराबाद विश्वविद्यालय की शोधार्थी मोनिका पांडेय को दिया गया है।

अन्य सम्मानितों का विवरण

श्रेणी-क के अंतर्गत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार में उत्कृष्ट प्रयास के लिए पाँच लाख रुपये का राष्ट्रीय पुरस्कार इस वर्ष बेंगलुरु की संस्था कर्नाटक विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी को मिला है। श्रेणी-ख में पुस्तकों एवं पत्रिकाओं सहित प्रिंट मीडिया के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार में योगदान के लिए इस बार भुवनेश्वर, ओडिशा के विज्ञान संचारक प्रोफेसर मायाधर स्वाइं और तिरुवनंतपुरम, केरल के स्वतंत्र लेखक डॉ बीजू धर्मपालन को प्रदान किया गया है। इस पुरस्कार के तहत दो लाख रुपये की नकद राशि, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है। श्रेणी-ग बच्चों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी लोकप्रियकरण में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार हैदराबाद के जैव रसायनज्ञ डॉ कृष्णाराव अप्पासानी और नई दिल्ली स्थित मिलेनियम इंडिया एजुकेशन फाउंडेशन के निदेशक डॉ उदय कुमार काकरू को प्रदान किया गया है। श्रेणी-घ के अंतर्गत जयपुर से प्रकाशित वैज्ञानिक दृष्टिकोण के संपादक तरुण कुमार जैन को पुरस्कृत किया गया है। श्रेणी-ङ में नवोन्मेषी और पारंपरिक पद्धतियों के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार अगरतला, त्रिपुरा के सहायक शिक्षक अंजन बनिक को प्रदान किया गया है। श्रेणी-च में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार नई दिल्ली के विज्ञान संपादक, विज्ञान फिल्म निर्माता राकेश अन्दानिया को प्रदान किया गया है।

इंडिया साइंस वायर से साभार

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