नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोविड के नए वेरिएंट BA.2.86 या पिरोला के आने के बाद से ही लोगों के मन में इसका डर बैठ गया था। इसे भी कोविड और ओमिक्रोन के अन्य वेरिएंट की तरह ही खतरनाक और अधिक संक्रामक माना जा रहा था। लेकिन हाल में अमेरिका की एक प्रयोगशाला में हुए टेस्ट के बाद से यह पता चला है कि इसके खतरे कम है। यह इम्यून सिस्टम को भी कम प्रभावित करता है। लेकिन फिर भी इसको लेकर सतर्क होने की जरूरत है।
इम्यून सिस्टम को खतरा नहीं
यह वैरिएंट इम्यून सिस्टम के लिए कम नुकसानदायक होता है। प्रयोगशाला में हुए टेस्ट के मुताबिक इसके द्वारा संक्रमित होने के बाद हमारा इम्यून सिस्टम आसानी से इससे लड़ सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली इस वैरिएंट को आसानी से पहचान सकती हैं और लड़ भी सकती है।
इन लक्षणों से होगी पहचान
इस वैरिएंट से संक्रमित होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। इनमें शामिल हैं-डायरिया, बुखार, कंजेक्टिवाइटिस या आंखों का लाल होना, त्वचा पर चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और थकान, सूंघने की क्षमता, मुंह के स्वाद में बदलाव, कफ बनना सांस लेने में कठिनाई, गला सूखना। अगर ऐसे लक्षण हों तो चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। इसके मामले इजराइल, डेनमार्क, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा आदि में मिल चुके हैं।