‘राजभाषा से राष्ट्रभाषा की ओर बढते कदम’ पर संगोष्ठी
वर्धा (स्वस्थ भारत मीडिया)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, नागपुर की ओर से ‘राजभाषा से राष्ट्रभाषा की ओर बढते कदम’ पर आयोजित संगोष्ठी में प्रतिकुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल ने कहा कि संस्कृति और सभ्यता के विकास में भाषाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। विश्वविद्यालय के महादेवी वर्मा सभागार में गुरुवार 17 नवंबर को आयोजित संगोष्ठी में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, नागपुर के बैंक और वित्तीय संस्थाओं के पदाधिकारियों की प्रमुख उपस्थिति रही।
बृहत्तर भारत की चर्चा
प्रो. हनुमान प्रसाद शुक्ल ने सरस्वती और सिंधु घाटी की सभ्यता का जिक्र करते हुए बृहत्तर भारत के विशाल भूगोल की चर्चा की। उन्होंने मानक भाषा और मातृभाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हिंदी भाषा के विस्तार एवं सामथर््य के महत्व को प्रतिपादित किया। इस अवसर पर प्रो. शुक्ल को भेंटवस्तु देकर सम्मानित किया गया। सभी अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के पराडकर मीडिया लैब, मानव विज्ञान संग्रहालय, गांधी हिल्स आदि का भ्रमण कर विश्वविद्यालय के कार्यक्रम एवं उपक्रमों की जानकारी हासिल की।
दिग्गजों की उपस्थिति
इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, नेशनल इंश्योरेन्स कंपनी, ओरिएंटल इंश्योरेन्स, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेन्स, न्यू इंडिया इंश्योरेन्स, भारतीय जीवन बीमा निगम और विश्वविद्यालय के राजभाषा अधिकारी एवं जनसंपर्क अधिकारी उपस्थित थे।