नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केन्द्रीय इस्पात मंत्री आर. सी. पी. ने कहा है कि आयरन और स्टील उद्योग ने भारत के इतिहास में मगध जैसे साम्राज्यों की प्रगति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और मुझे विश्वास है कि वर्तमान युग में धरती माँ को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने में भी यह उद्योग अग्रणी भूमिका निभाएगा। हम सबको मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हमें स्वास्थ्यवर्धक जल, वायु और भोजन मिले। प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग कोकिंग और नॉन-कोकिंगं कोयला के स्थान पर किया जा सकता है जिससे वेस्ट को वेल्थ में बदला जा सके।
प्रदूषण भी कम होगा
वे दो-दिवसीय एशिया स्तर की प्लास्टिक रीसाइक्लिंग कॉन्फ्रेंस का गुरुग्राम में उद्घाटन कर रहे थे। इसमें देश-विदेश से आये प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा प्लास्टिक हर जगह फैल गया है। सड़कों से लेकर समुद्र की तलहटी तक। हमें प्लास्टिक रीसाइक्लिंग को इतना उपयोगी बनाना होगा कि लोग प्लास्टिक के कचरे को भी रीसाइक्लिंग कर सकें। इससे फायदा यह है कि प्लास्टिक का विघटन नहीं होगा और प्रदूषित पदार्थ वातावरण में नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा “भारत ने औद्योगिक क्रांति से भले ही लाभ न उठाया हो, पर आईये हम सब मिलकर प्लास्टिक रीसाइक्लिंग से स्टील क्षेत्र में ऊर्जा से एक नयी क्रांति को जन्म दें। इससे सभी लोगों का हित होगा और सबकी जीत होगी। प्रदूषण कम होगा, स्टील उद्योग को कोकिंग कोल आयात कम करने में मदद मिलेगी और नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।