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चमत्कार : युवक को लगाया गया मृत व्यक्ति का हाथ

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। अंगदान के प्रति जागरूकता ने एक युवक को दोनों हाथ उपलब्ध करा दिये। बॉडी के अंदरूनी हिस्से मसलन दिल, किडनी, फेफड़े और बाहरी हिस्से में आंख प्रत्यारोपित किये जा चुके हैं लेकिन हाथ दान पूर्वी भारत की संभवतः पहली घटना है। इसके लिए 32 डॉक्टरों की टीम ने 22 घंटे तक सर्जरी की।

22 घंटे चली सर्जरी

मामला कोलकाता के SSKM अस्पताल का है। अस्पताल ने 27 साल के युवक को मृत व्यक्ति के दोनों हाथ लगाए। इसे कैडेवरिक ट्रांसप्लांट कहा जाता है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक शनिवार सुबह 5 बजे सर्जरी शुरू हुई और रविवार सुबह 3 बजे खत्म हुई। इसके बाद युवक को वेंटिलेशन पर रखा गया और सुबह 9 बजे वेंटिलेशन से हटा भी लिया गया। फिलहाल उसे CCU में रखा गया है। जानकारी के अनुसार 9 जुलाई को 43 वर्षीय हरिपद राणा सड़क दुर्घटना के शिकार हुए थे। 13 जुलाई को उनकी हालत बिगड़ने लगी और उनका ब्रेन डेथ हो गया। वहीं 27 साल के युवक का पिछले एक साल से SSKM के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में इलाज चल रहा था. उसे दो हाथों की जरूरत थी।

करंट लगने से हाथ हुए थे निष्क्रिय

अस्पताल ने मृत व्यक्ति के परिवार को दोनों हाथ दान करने की पेशकश की। पहले तो यह प्रस्ताव सुनकर परिवार वाले हैरान रह गए, लेकिन मृतक की पत्नी ने आखिरकार अंगदान करने का फैसला किया। सर्जरी में शामिल एक डॉक्टर ने कहा कि इलेक्ट्रिशियन का काम करते समय झटका लगने से युवक का हाथ जल गया। उस युवक का हाथ काम नहीं करता था। टीकाकरण समेत उनके कई परीक्षण हुए हैं, विशेष मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया और उसकी अनुमति ली गई। हालांकि नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर के मुताबिक चुनौती अभी सामने हैं कि शरीर कब तक इस हाथ को स्वीकार करेगा क्योंकि बाहरी अंगों को शरीर जल्दी स्वीकार नहीं करता। फिलहाल युवक डॉक्टरों की निगरानी में है।

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