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अपने ही खून से होगा गंजेपन और झुर्रियों का इलाज

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। अब अपने ही रक्त से गंजेपन और झुर्रियों का इलाज हो सकेगा। खून के कतरे से नए बाल उगेंगे। बस, महज 20 एमएल खून से निकाला गया प्लेटलेट्स ऐसा कर देगा और चेहरे की खूबसूरती भी बढ़ जायेगी। यह जानकारी इंडियन सोसाइटी ऑफ ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. देबाशीष गुप्ता ने चंडीगढ़ में दी। उन्होंने बताया कि प्लेटलेट्स में विकास की क्षमता होती है। इसी कारण से इसका उपयोग कर गठिया और स्पॉडिलाइटिस के मरीजों को राहत देने में सफलता मिली। अपना रक्त होने की वजह से संक्रमण का खतरा भी नहीं होगा।

हर सौ में से पांच को टिनिटस की समस्या

देश में हर 100 में से पांच लोगों को कान में घंटी बजने, सांप के हिस्स की आवाज गूंजने की समस्या यानी टिनिटस की समस्या है। इसकी जांच के लिए अब नई तकनीक इमेजिंग ऑडियो वेस्टीबुलोमैट्री जांच की जाने लगी है। इससे टिनिटस की सटीकता से जांच की जा सकती है। न्यूरो ऑटोलॉजिकल एंड इक्विलिब्रियोमेट्रिक सोसायटी ऑफ इंडिया की तीन दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस नेस्कॉन-2023 में एक्सपर्ट डॉक्टरों ने यह जानकारी दी। कॉन्फ्रेंस में कॉक्लियर इंप्लांट, एंडोस्कोपिक ऑटोलॉजी, मेनियर्स और माइग्रेन के बीच संबंध, प्रेगनेंसी में वर्टिगो पर विशेषज्ञों के लेक्चर्स हुए।

हर वायरस की बनेगी कुंडली

मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में वायरलॉजी लैब शुरुआत की गई है। इस लैब में तरह-तरह के खतरनाक वायरस की जन्मकुंडली तैयार की जाएगी। लगातार किस्म-किस्म के वायरल रोगों की इससे पहचान हो सकेगी। यहां वायरलॉजी पर रिसर्च के लिए लैब तैयार हो चुकी है। इसमें रोटा, इबोला, रूबेला, मंकी पॉक्स, हरपीज सिंप्लेक्स, स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू आदि वायरस की जांच और उन पर अध्ययन किया जाएगा। साथ ही फैलने के कारकों से लेकर उनके असर और बचाव तक की जानकारी का एकत्र करके रखी जाएगी।

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