नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। दवा निर्माता कंपनी सिप्ला और ग्लेनमार्क ने अमेरिकी बाजार से अपनी दवाएं वापस ले लीं हैं। अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (US FDA) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार सिप्ला की सहायक कंपनी इप्राट्रोपियम ब्रोमाइड और एल्ब्युटेरोल सल्फेट इनहेलेशन सॉल्यूशन के 59,244 पैक वापस ले रही है। इन दवाओं का उपयोग अस्थमा, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और वातस्फीति सहित फेफड़ों की बीमारियों को नियंत्रित करने में किया जाता है।
30 लाख में अंगों की खरीद-फरोख्त
जयपुर में अंग प्रत्यारोपण के लिए फर्जी एनओसी जारी करने व अंगों की खरीद-फरोख्त करने वाली गैंग ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि मरीज व डोनर को सीधे जयपुर एयरपोर्ट पर बुला लिया जाता था और फिर कोई रिश्ता नहीं होने के बावजूद फर्जी दस्तावेज बनाकर भाई-भतीजा या अन्य रिश्तेदार बना देते थे। इसके लिए 30 लाख का भुगतान लिया जाता था जिसमें 10 लाख अस्पताल को मिलता था।
खसरे की खोज के लिए सस्ती तकनीक
खसरे के प्रसार का पता लगाने के लिए देश के वैज्ञानिकों ने स्वदेशी तकनीक खोजी है। यह सस्ती होने के साथ ही 99 फीसद तक असरदार है। वैज्ञानिकों ने जीवित वायरस का उपयोग करके इस तकनीक की खोज की है जो लोगों में एंटीबॉडी की पहचान करने में सक्षम है।