स्वस्थ भारत मीडिया
समाचार / News

ऑगमेंटेड रियलिटी को बढ़ावा देने की नई पहल

नई दिल्ली। नीति आयोग द्वारा संचालित अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) और वैश्विक कैमरा कंपनी स्नैप इंक, युवाओं के बीच ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) कौशल को बढ़ावा देने के लिए अब मिलकर काम करेंगे। नीति आयोग द्वारा जारी वक्तव्य में इस नई साझेदारी के बारे में घोषणा की गई है।

हजारों शिक्षक होंगे प्रशिक्षित

उम्मीद की जाती है कि दो साल की समय सीमा में स्नैप इंक अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल) से जुड़े 12 हजार से अधिक शिक्षकों को ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) पर प्रशिक्षित करेगी, जिससे एटीएल स्कूलों के नेटवर्क से संबद्ध लाखों छात्रों तक इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की पहुँच संभव हो सकेगी। स्नैप इंक ने भी एआर विज्ञापन बूटकैंप, विज्ञापन क्रेडिट और अन्य अवसरों के साथ भारतीय स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की मदद करने के लिए अटल इनक्यूबेशन सेंटर (एआईसी) के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की।

ऑगमेंटेड रियलिटी भारत का भविष्य

अटल इनोवेशन मिशन के मिशन निदेशक डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा कि एआईएम में हम नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक अटल टिंकरिंग लैब्स के अपने नेटवर्क का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तेजी से भारत के डिजिटलीकरण में इसके विविध अनुप्रयोगों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि ऑगमेंटेड रियलिटी हमारा भविष्य है। हम अगली पीढ़ी (जेनजेड) के छात्रों का एक कैडर बनाने के लिए ऑगमेंटेड रियलिटी में स्नैप इंक की विशेषज्ञता का उपयोग करने के लिए उत्साहित हैं, जो इस भविष्य की तकनीक में कुशल हैं। मार्च के पूरे महीने चलने वाले राष्ट्रव्यापी लेंसथॉन (एआर मेकिंग हैकाथॉन) के शुभारंभ के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह साझेदारी शुरू हुई है। एआर में रुचि रखने वाली 13 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर यह हैकाथॉन केंद्रित होगा।

कार्यशालाओं का होगा आयोजन

स्नैप इंक में भारत के पब्लिक पॉलिसी हेड उत्तरा गणेश ने कहा कि हम अटल टिंकरिंग लैब्स के भारत में नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति बनाने के मिशन को पूरा करने और भारत को ऑगमेंटेड रियलिटी हब बनने में मदद करने के लिए उत्साहित हैं। लेंसथॉन के एक हिस्से के रूप में स्नैप इंक भारत में युवा महिलाओं को एआर और कौशल से परिचित कराने के उद्देश्य से विशेष कार्यशालाओं की मेजबानी करेगी, जो भविष्य की डिजिटल अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए आवश्यक होंगे। इसका आयोजन पूरे भारत में 16 महिला और 05 सह-शिक्षा संस्थानों में होगा। कार्यशालाओं की मेजबानी महिला लेंस निर्माता करेंगी, जिसमें महिलाओं के समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले विषयों में एआर अनुभव का निर्माण करने के लिए स्नैप लेंस नेटवर्क के सदस्यों के नेतृत्व में विशेष सत्र होंगे।

इंडिया साइंस वायर से साभार

Related posts

कुछ दुर्लभ और कठिन रोगों के उपचार में भी कारगर है होम्योपैथी

admin

अपने अधिकारों के लिए एकजुट हुए फार्मासिस्ट  

Ashutosh Kumar Singh

कोविड-19 से भारत के इन पांच हिंदी भाषी राज्यों में हुई 25% से ज्यादा मौतें

Ashutosh Kumar Singh

Leave a Comment