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भारत तैयार कर रहा डिजिटल स्वास्थ्य ढांचा : मांडविया

नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने और टीका अंतराल को दूर करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का आह्वाहन किया। केंद्रीय मंत्री ने न्यायसंगत टीका विनिर्माण सहयोगात्मक (इक्विटेबल वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग कोलैबोरेटिव- ईवीएमसी) को मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया।

130 करोड़ की आबादी का डाटा तैयार

उन्होंने कहा, “डिजिटल स्वास्थ्य सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और सतत विकास लक्ष्यों की सहायता करने के लिए बराबरी लाने वाला एक बड़ा कारक व संबल है और यह स्वास्थ्य सेवा वितरण की पहुंच व सामर्थ्य सुनिश्चित करने में सहायता कर सकता है।‘‘ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ं ‘‘डिजिटल स्वास्थ्य की शक्ति को खोलना‘‘ और ‘‘टीका अंतर को दूर करना‘‘ विषयवस्तु पर आयोजित सत्रों में उद्घाटन भाषण दिया। डिजिटल स्वास्थ्य के लिए भारत अलगाव (साइलो) से इकोसिस्टम की ओर बढ़ने पर अपना मुख्य ध्यान देने के साथ डिजिटल स्वास्थ्य के लिए एक राष्ट्रीय ढांचा तैयार कर रहा है। भारत ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत स्वास्थ्य सेवा के डिजिटल रूपांतरण की शुरुआत की है। भारत के 130 करोड़ से अधिक लोगों के लिए एक देशांतरीय इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने पर ध्यान केंद्रित है। हम पहले ही स्वास्थ्य सुविधाओं और प्रदाता पंजीयन के साथ 22 करोड़ से अधिक विशिष्ट स्वास्थ्य आईडी जारी कर चुके हैं। भारत पहले ही अपने राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रबंधन के लिए डिजिटल स्वास्थ्य हस्तक्षेपों का उपयोग कर चुका है। रिप्रोडक्टिव और चाइल्ड हेल्थकेयर आईटी प्लेटफॉर्म 12 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को उनके एएनसी, पीएनसी जांच, प्रसव योजना और 9 करोड़ से अधिक बच्चों के टीकाकरण के लिए निगरानी करता है। स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली नियमित रूप से 2 लाख से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं से स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संबंध में आंकड़ों का मिलान करती है।

बड़़े काम की कोविन

कोविन प्लेटफॉर्म, नाम-आधारित टीकाकरण की निगरानी करता है और 192 करोड़ से अधिक टीकाकरण खुराक को लगाने की निगरानी की थी, जिनमें लाभार्थी पंजीकरण, एईएफआई निगरानी और एक क्यूआर कोड आधारित डिजिटल डिजिटल प्रमाणपत्र शामिल है। वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य साझेदारी में बतौर अध्यक्ष भारत ने वैश्विक स्तर पर डिजिटल स्वास्थ्य एजेंडे को बढ़ावा दिया है। हमने अन्य देशों को उनके टीकाकरण प्रयासों में सहायता के लिए डिजिटल लोक कल्याण के रूप में को-विन की पेशकश की है।

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