नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) धीरे-धीरे हमारी जिंदगी के हर पहलू को प्रभावित कर जिंदगी के हर क्षेत्र में बदलाव ला रहा है। ब्रिटेन के नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर रिसर्च (NIFCR) के मुताबिक AI की मदद से बीमारियों की स्क्रीनिंग और इलाज दोनों का पता आसानी से लगाया जा सकता है। इससे यह भी पता लगा सकता है कि किस हॉस्पिटल में कितने बेड बचे हैं। इसके जरिए ब्रेस्ट स्क्रीनिंग और रेडियोलॉजिस्ट का काम आधा हो गया है।
आर्ट अटैक से बचा सकेगा
AI डिवाइस Penumbra Flash की मदद से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 62 साल के एक शख्स को हार्ट अटैक से बचाया गया। इस तकनीक के जरिए पिछले साल एक मरीज के फेफड़े में जमा खून के थक्कों को हटाकर जान बचा ली गयी। इस तकनीक से मेदांता में अब तक 25 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज हो चुका है। इसमें ना तो खून का रिसाव अधिक होता है और साथ ही जोखिम भी कम रहता है।
कैंसर की पहचान में आसानी
टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार कैंसर के शुरुआती निदान में भी AI से हो सकती है। इससे अनावश्यक कीमोथेरेपी से बचने में भी मदद मिलेगी। रिपोर्ट के मुताबिक AI के जरिए आंखों में होने वाली बीमारी से लेकर पेट में बीमारी होने तक का पता लगाया जा सकता है। दो हजार लोगों की आंखों का चेकअप AI के जरिए किया जा सकता है। AI आधारित स्टेथोस्कोप के जरिए घर पर ही प्राइमरी स्टेड पर हार्ट अटैक के लक्षण को पहचान सकते हैं। यह 90 प्रतिशत तक सही बताता है।