नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोरोनारोधी वैक्सीन वैक्सजेवरिया पर साइडइफेक्ट संबंधी विवाद के बाद निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से वापस मंगा लेने का फैसला लिया है। यही वैक्सीन भारत में कोविशील्ड के नाम से बनी थी। माना जात है कि ब्रिटिश-स्वीडिश यह कंपनी मूलतः बिल गेट्स की है।
कंपनी का कथन कुछ और
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एस्ट्राजेनेका ने दावा किया है कि वैक्सीन का अपडेट संस्करण उपलब्ध है। ऐसे में वैक्सीन के पुराने स्टॉक को वापस मंगाया गया है। कंपनी का यह कदम ऐसे वक्त सामने आया है, जब उसने बीते दिनों ही स्वीकार किया है कि कुछ मामलों में कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने आए हैं और इसकी वजह से कुछ लोगों में थ्रंबोसिस थ्रंबोसाइटोपीनिया सिंड्रोम बीमारी के लक्षण देखे गए हैं, जिसमें लोगों में खून के थक्के जमने लग जाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट में भी मामला दायर
एस्ट्राजेनेका कंपनी कोविड वैक्सीन को लेकर कई मुकदमों का सामना कर रही है। आरोप है कि कोविड वैक्सीन लगने के बाद कई लोगों की जान गई है। जैमी स्कॉट नामक एक व्यक्ति ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। स्कॉट का आरोप है कि वैक्सीन लेने के बाद उसके शरीर में खून के थक्के जमने की समस्या हुई और दिमाग में भी ब्लीडिंग हुई। इससे उसके मस्तिष्क को नुकसान हुआ। ऐसे ही कंपनी के खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। भारत में भी सुप्रीम कोर्ट में इस बावत एक माला दर्ज कराया गया है।
बिल गेट्स ने भी कमी स्वीकारी
बिल गेट्स ने एक वीडियो में यह स्वीकार किया है कि इस वैक्सीन में नैनो पार्टिकल्स मिलाये गये हैं जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। यह वीडियों इन दिनों पूरी दुनिया में वायरल है।