नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा (IRDAI) ने सभी बीमा कंपनियों से पूछा है कि पॉलिसी में आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी (AYUSH) जैसे इलाज को भी शामिल करें। इससे बीमा पॉलिसी की पॉपुलैरिटी बढ़ेगी और ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल सकेगा। बीमा नियामक ने कहा है कि सभी इश्योरेंस कंपनियों को 1 अप्रैल, 2024 तक गाइडलाइन तैयार कर लेनी होगी और यह नए वित्तवर्ष से प्रभावी भी हो जाएगी। इरडा ने कहा है कि कंपनियों को आयुष अस्पतालों में कैशलेस इलाज की व्यवस्था करनी चाहिए। मद्रास हाईकोर्ट ने इरडा से कहा था कि बीमा कंपनियां अपनी पॉलिसी में आयुष इलाज को भी शामिल करें और इसके खर्च को वापस लौटाएं।
73 नए नर्सिंग कॉलेजों के लिए 146 करोड़ जारी
केंद्र सरकार ने देश के अलग-अलग राज्यों में 75 नए नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना के लिए 146 करोड़ की पहली किस्त जारी कर दी है। 157 नर्सिंग कॉलेज बनने हैं जिस पर 1570 करोड़ होंगे खर्च होंगे। इसमें 1016 करोड़ की सहायता केंद्र सरकार करेगी। ये नर्सिंग कॉलेज उन्हीं मेडिकल कॉलेज का हिस्सा होंगे, जिन्हें 2014 के बाद स्थापित किया गया है।
122 साल बाद जनवरी सबसे ठंडा
कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने जनवरी 2024 महीने को 1901 के बाद का सबसे ठंड और शुष्क मौसम घोषित किया है। विश्वविद्यालय के अनुसार पिछले 122 वर्षों में जनवरी महीना सबसे शुष्क और ठंडा मौसम रहा है। वहां के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर सुनील पांडे ने बताया कि जनवरी 1901 के बाद चौथा सबसे ठंडा महीना रहा। 2024 में सबसे अधिक गर्मी रहने की भी भविष्यवाणी की गई है।