पटना (स्वस्थ भारत मीडिया)। पटना के महावीर कैंसर संस्थान में डॉक्टरों ने एक मासूम बच्चे की जान काफी जटिल सर्जरी करके बचाई है। बिहार में पहली बार 4 वर्षीय बच्चे का ;हां बोन मैरो ट्रांस्पलांट किया गया है। इलाज के बाद बच्चा स्वस्थ होकर अपने घर लौट गया। दरअसल समस्तीपुर का अविनाश कुमार पेट दर्द और बुखार की शिकायत पर यहां अपना इलाज कराने आया था। जाँचोपरांत बच्चे में हाई रिस्क चौथे स्टेज का न्यूरोब्लास्टोमा निकला। तब पहले हाई डोज कीमोथेरेपी दी गई। फिर बोन मैरो ट्रांसप्लांट किया गया।
बिहार में आयुर्वेद एवं होमियोपैथ पद्धति से होगा इलाज
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि राज्य में अब आयुर्वेद एवं होमियोपैथ पद्धति से इलाज होगा। राज्य में ऐलोपैथ, होम्योपैथ और आयुर्वेद पद्धतियों के लिए विशेष कॉलेज एवं अस्पतालों का निर्माण किया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं में अस्पताल एवं 336 बेड का छात्रावास एवं आवासीय भवनों का निर्माण हो रहा है। मुजफ्फरपुर में आरबीटीएस होमियोपैथिक कॉलेज के नए भवन का निर्माण 121.01 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इसमें 134 बेड रहेंगे।
बिहार कैंसर कॉन्क्लेव का आयोजन संपन्न
कैंसर के प्रति जागरूकता और इससे जुड़ी चिकित्सा सेवाओं में सुधार व नवाचारों पर विस्तृत चर्चा के लिए बिहार कैंसर कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन 16 और 17 नवंबर को पटना में किया गया जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। पारस एचएमआरआई, पटना के सीनियर कंसल्टेंट और मेडिकल ओंकोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. अभिषेक आनंद ने बताया कि यह आयोजन बिहार में कैंसर जागरूकता और उपचार को नई दिशा देने में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। इससे बिहार में कैंसर के निदान और इलाज की गुणवत्ता में एक नया आयाम जुड़ेगा।