नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कैंसर के मरीजों को बड़ी राहत देते हुए ESI ने 30 अस्पतालों में कीमोथेरेपी की शुरुआत की है। केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ESI निगम की 191वीं बैठक के दौरान इन सेवाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह अमृतकाल में श्रम योगियों के सर्वांगीण कल्याण की दिशा में एक कदम है। इससे बीमित श्रमिकों और उनके आश्रितों को कैंसर का आसानी से बेहतर उपचार मिल सकेगा। केंद्रीय मंत्री ने ESIC के डैशबोर्ड के साथ एक नियंत्रण कक्ष का भी उद्घाटन किया। डैशबोर्ड ESI अस्पतालों में संसाधनों और बिस्तरों की बेहतर निगरानी करेगा और वर्तमान निर्माण परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति पर नजर रखना सुनिश्चित करेगा।
15 नए अस्पतालों की मंजूरी
बैठक में 15 नए ESI अस्पताल, 78 डिस्पेंसरियां स्थापित करने, ESI अस्पताल बेलटोला (असम), ESI मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, चेन्नई और फरीदाबाद में बिस्तरों की संख्या में वृद्धि करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। यादव ने कहा कि ESI निगम ने इन अस्पतालों में कुशल चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए ESI चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपना काम आगे बढ़ाएगा। आवश्यकता का आकलन करने के बाद नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भी स्थापित किए जाएंगे। अब तक 8 मेडिकल कॉलेज, 2 डेंटल कॉलेज, 2 नर्सिंग कॉलेज और एक पैरा-मेडिकल कॉलेज स्थापित कर ESI द्वारा चलाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने भी सराहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कैंसर का उपचार करने वाली अवसंरचना को मजबूत बनाने के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि कैंसर के उपचार वाली अवसंरचना को मजबूत बनाने का सराहनीय प्रयास। इससे देश भर के अनेक लोगों को लाभ होगा।