कोरोना से लड़ने के लिए जिस तरह से भारत ने एकजुटता परिचय दिया है उसे इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। निश्चित रूप से सकारात्मकता के दीप के आगे नतमस्तक होगा कोरोना।
आशुतोष कुमार सिंह
नई दिल्ली/ 5 मार्च, 2020 की रात्रि 9 बजे को इतिहास याद रखेगा। भारतीयों ने अपनी भारतीयता का परिचय देते हुए दीप जलाएं। आशा का दीपक। स्नेह का दीपक। उत्साह का दीपक। कोरोना को हराने हेतु दीपक। चहुंओर दीप ही दीप नज़र आया। यह प्रकाश भारतीयों के दिलों में प्यार और स्नेह को मजबूत करने वाला था। इतना दीपक तो ‘उत्साह की दीपावली’ में भी नहीं जलता है जितना ‘प्रतिकार की दीपावली’ में जलाया गया। सभी धर्म, संप्रदाय एवं पंथ के लोगों ने एकमेव भाव से दीप से दीप जलाया।
देश के स्वास्थ्य मंत्री ने दुहराया संकल्प
देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एम्स में चिकित्सकों के साथ दीप जलाया। इस बावत उन्होंने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है-
अंधकार को दूर कर जो प्रकाश फैला दे
बुझी हुई आशा में विश्वास जो जगा दे
जब लगे नामुमकिन कोई भी चीज
उसे मुमकिन बनाने की राह जो दिखा दे वो है संकल्प !
उन्होंने लिखा है कि, ‘प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कोरोना को हराने के लिए 9 बजे 9 मिनट के आह्वान को आज मैंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के डॉक्टरों के संग रहकर संपन्न किया। इस अवसर पर हम सबने मिलकर देश से कोविड-19 को जड़ से खत्म करने का संकल्प दोहराया। हालांकि ‘9बजे9मिनट’ सिर्फ़ संकल्प लेने का नहीं, बल्कि देश की एकता को और मजबूती प्रदान करने का अवसर था। एकता का यह सूत्र #Covid_19 को हराने के लिए आध्यात्मिक चेतना विकसित करने में भी सहभागी बनेगा।
देश की जनता ने एकजुटता का परिचय दिया है
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर देश के करोड़ों लोगों ने जो दिए जलाए हैं वो अंधकाररूपी #Covid_19 महामारी पर जीत दिलाकर पूरे विश्व को आलोकित करें। उन्होंने आगे लिखा है कि, कोरोना ने आज 200 से ज्यादा देशों में इंसानियत को प्रभावित किया है। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर भारत के 135 करोड़ लोगों ने एकजुटता का परिचय दिया है। देश की जनता ने कोरोना के अंधकार को दूर करके दुबारा से देश में कोरोना से मुक्ति के प्रकाश को पैदा करने के लिए सबने मिलकर प्रार्थना की है।
एम्स, नई दिल्ली के चिकित्सकों के साथ प्रार्थना
उन्होंने कहा कि, आज मैंने अपने एम्स परिवार, डॉक्टर्स, Nurses, पैरामेडिक्स और अन्य लोगों के साथ मिलकर कोरोना पीड़ित लोगों के लिए भगवान से प्रार्थना की है। इसके अलावा मैंने व्यक्तिगत तौर पर अपने मेडीकल प्रोफेशन के देशभर के परिवारों के लिए भी प्रार्थना की है। समूचा देश उनके लिए 22 मार्च को ताली, थाली और शंख बजाकर पहले ही अभिनंदन कर चुका है। आज पूरी दुनिया के कोरोना पीड़ित लोगों की स्वास्थ्य़ रक्षा के लिए देशभर ने प्रार्थना की है।
सकारात्मकता की होगी जीत
कोरोना से लड़ने के लिए जिस तरह से भारत ने एकजुटता परिचय दिया है उसे इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। निश्चित रूप से सकारात्मकता के दीप के आगे नतमस्तक होगा कोरोना।