WHA में भारत के स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 से मिलकर लड़ने की अपील की है। आशुतोष कुमार सिंह की रिपोर्ट
नई दिल्ली/एसबीएम
कोविड-19 संकट के बीच World Health Assembly (WHA ) की 73 वीं बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारत के स्वास्थ्य मंत्री सम्मिलित हुए। यह बैठक पहली बार वर्चुअल हुई है। अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने Covid-19 की वजह से पूरे विश्व में असामयिक रुप से अपनी जान गंवा देने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

उन्होंने इस घातक बीमारी के खिलाफ अग्रिम पंक्ति में लड़ रहे लोगों के प्रति विशेष आभार प्रकट किया। अपनी सीट से खड़े होकर एवं ताली बजाकर उन्होंने करोना योद्धाओं का मान बढ़ाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में Covid-19 से लड़ाई हर फ्रंट पर लड़ी जा रही है। प्रधानमंत्री जी द्वारा वायरस को रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि, मैं उन सभी डॉक्टर्स,नर्स ,वैज्ञानिक, sanitization स्टाफ जैसे कोरोना वारियर्स को सम्मानित करने के लिए खड़ा हूं जो Super Humans के रुप में काम करने वाले रियल हीरो हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत Covid-19 की लड़ाई में समूचे विश्व और अपनी जनता के समक्ष सर्वश्रेष्ठ साबित हुआ है। Covid-19 से लड़ाई में भारत ने सभी आवश्यक कदम दूरदर्शिता से उठाए हैं, चाहे कोरोना के मरीजों की निगरानी हो या विदेशों में फंसे नागरिकों की निकासी हो, हमने स्वस्थ नेटवर्क को मजबूत करते हुए इस लड़ाई में जनता को भी भागीदार बनाया है।’
उन्होंने कहा कि, कोरोना वायरस की लड़ाई में अब मानव जाति को एक साथ आना होगा। स्वास्थ्यम मंत्री ने दुनिया की सरकारों से आग्रह करते हुए क हा कि, विश्व की सभी सरकारों और उद्योग जगत से आग्रह करता हूं कि सभी लोग दीर्घकालिक लाभ को प्राथमिकता दें और साथ ही सभी का लाभ सुनिश्चित करें। भारत द्विपक्षीय और क्षेत्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हमारे प्रधानमंत्री जी के सक्षम नेतृत्व में भारत ने एकजुटता की अभिव्यक्ति के रूप में 123 देशों को आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया से इस महामारी को खत्म करने का रास्ता टीका ही है। इसके लिए वैश्विक सहयोग सर्वोपरि है। विश्व की सरकारें,उद्योग जगत और सभी का हित चाहने वाले मिलकर जोखिम,अनुसंधान, विनिर्माण और वितरण में अपने-अपने संसाधनों का पूरा इस्तेमाल करें। जिसका सभी को समान लाभ मिलना चाहिए।
यह भी पढ़ें
कोरोना योद्धाः लॉकडाउन में भी गुरुज्ञान जारी, एमसीयू में जारी हैं ऑनलाइन कक्षाएं
कोरोना के बाद का भारत ज्यादा आत्मनिर्भर व समर्थ होगा
प्रवासी मजदूरों की व्यथा पर बोले के.एन.गोविन्दाचार्य, जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़ों से भारत आर्थिक महाशक्ति नहीं हो सकता
अब बिहारी फूड से सजेगी हिन्दुस्तानी थालीलॉकडाउन 4.0 की हर वह बात जिसे आप जानना चाहते हैं
लॉकडाउन 4.0 की हर वह बात जिसे आप जानना चाहते हैं