नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने लोकसभा में कैंसर की रोकथाम पर अपडेट दिया है। उन्होंने बताया कि देश भर में कुल 770 जिला एनसीडी क्लीनिक, 233 कार्डियक देखभाल इकाइयाँ, 372 जिला डे केयर सेंटर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 6,410 एनसीडी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। इन सुविधाओं के अलावा, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के ज़रिए देश में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के एक हिस्से के रूप में, कैंसर सहित सामान्य एनसीडी की जांच, प्रबंधन और रोकथाम के लिए जनसंख्या-आधारित पहल शुरू की गई है। मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर सहित इन सामान्य एनसीडी की जांच, ग्रामीण और कम सेवा वाले क्षेत्र सहित सेवा वितरण के 12 पैकेज का एक अभिन्न अंग है।
लोकसभा : 19 राज्य कैंसर संस्थान
उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में 19 राज्य कैंसर संस्थान और 20 तृतीयक कैंसर देखभाल केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, सभी 22 नए एम्स में कैंसर उपचार सुविधाओं को मंजूरी दी गई है, जो नैदानिक, चिकित्सा और शल्य चिकित्सा क्षमताओं से लैस हैं। झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई), जिसमें 1,460 रोगी देखभाल बेड और आधुनिक नैदानिक और उपचार सुविधाएँ हैं, के अलावा चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का दूसरा परिसर कोलकाता में है, जिसमें 460 बेड हैं। ये संस्थान सुपर-स्पेशियलिटी देखभाल प्रदान करने के लिए स्थापित किए गए हैं। PMJAY के तहत 13 हजार करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के 68 लाख से अधिक कैंसर उपचार किए गए हैं, जिनमें से 75.81 फीसद उपचार का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के लाभार्थियों को मिला है। कैंसर देखभाल के लिए लक्षित उपचारों में 985 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के 4.5 लाख से अधिक उपचार हुए हैं, जिनमें से 76.32 फीसद उपचार पीएम-जेएवाई के तहत ग्रामीण लाभार्थियों को मिला है।
लोकसभा : 53 टेली मानस सेल
उधर मानसिक हेल्थ कार्यक्रम पर अपडेट देते हुए श्री जाधव ने बताया कि सरकार ने 2022 में राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनटीएमएचपी) की शुरूआत की जिसका टोल-फ्री नंबर 14416 है। 1 अप्रैल 2025 तक, 36 राज्यों ने 53 टेली मानस सेल स्थापित किए हैं। यह 20 भाषाओं में उपलब्ध हैं। हेल्पलाइन नंबर पर 20 लाख से अधिक कॉल संभाली गई हैं। सरकार ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस यानी 10 अक्टूबर 2024 को टेली मानस मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया। यह एक व्यापक मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म है, जिसे मानसिक स्वास्थ्य से लेकर मानसिक विकारों तक के मुद्दों पर मदद देने के लिए विकसित किया गया है। इसके अलावा पिछले तीन वर्षों में सरकार द्वारा एनटीएमएचपी के लिए 230 करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं।
लोकसभा : आयुष पर कई देशों से समझौते
आयुष उत्पादों से जुड़े प्रश्न पर श्री जाधव ने बताया कि आयुष मंत्रालय आयुष के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना को लागू कर रहा है। इसके तहत मंत्रालय ने 24 देशों और 51 संस्थानों से समझौता किया हुआ है। जहां तक योग की बात है, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) ने योग को स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के अभिन्न अंग के रूप में अनुशंसित किया है। स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा कक्षा 1 से कक्षा 10 तक अनिवार्य विषय है और कक्षा 11 से 12 तक वैकल्पिक। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 1 से कक्षा 10 तक स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा पर एकीकृत पाठ्यक्रम पहले ही विकसित कर लिया है। इसके अलावा एनसीईआरटी 8-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए स्कूलों में योग की शुरूआत हेतु दो मॉड्यूल और किताबें लाई हैं।
लोकसभा : थैलेसीमिया रोकने पर फोकस
26 मार्च 2025 तक थैलेसीमिया की जांच में 15 लाख 88 हजार में से कुल 5,037 को रोगग्रस्त और 50,462 को वाहक के रूप में पहचाना गया है। इसकी रोकथाम और नियंत्रण के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के सहयोग से थैलेसीमिया बाल सेवा योजना (TBSY) नामक एक योजना लागू कर रहा है। इसमें सीआईएल, कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड से पात्र मरीजों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत देश भर में फैले 17 सूचीबद्ध अस्पतालों में बीएमटी की सुविधा प्रदान की जा रही है। लोकसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने यह जानकारी दी।