मंत्री समूह ने देश भर में जांच की नीति और जांच किट की उपलब्धता की समीक्षा के साथ हॉट-स्पॉट और कलस्टर प्रबंधन की नीति की समीक्षा की। मंत्री समूह को पीपीई, मास्क, वेंटिलेटर, दवाओं और अन्य आवश्यक उपकरणों की आवश्यकता के आधार पर उपलब्धता तथा पर्याप्तता से अवगत कराया गया।
स्वास्थ्य मंंत्री डॉ. हर्षवर्धन की रपट
आज मेरी अध्यक्षता में कोविड-19 पर गठित उच्च स्तरीय मंत्री समूह की बैठक निर्माण भवन में संपन्न हुई। इस बैठक में नागरिक विमानन मंत्री श्री हरदीप पुरी, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, जहाजरानी, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे तथा नीति आयोग के सदस्य ,स्वास्थ्य, डॉ. विनोद के. पॉल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ श्री विपिन रावत उपस्थित थे।
मंत्री समूह ने कोविड-19 के प्रबंधन और निवारण पर विस्तृत चर्चा की गई। मंत्री समूह ने अब तक किए गए उपायों, बचाव के रूप में सोशल डिस्टेंसिंग की वर्तमान स्थिति और कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए केन्द्र और राज्यों के प्रभावी उपायों पर चर्चा की। मंत्री समूह को सभी जिलों से कोविड-19 पर काबू पाने के लिए अपनी-अपनी आकस्मिक योजना तैयार करने और उसे मजबूत बनाए जाने की जानकारी दी गई। कोविड-19 के विशेष अस्पताल बनाने के लिए पर्याप्त संसाधन लगाने, पीपीई, वेंटिलेंटर और अन्य आवश्यक उपकरणों आदि सहित चिकित्सा संस्थानों को युक्त बनाने समेत राज्यों की क्षमता मजबूत बनाने के कई अन्य उपायों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। राज्यों से पहले से निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 के केन्द्रों/अस्पतालों की पहचान करने को कहा गया।
मंत्री समूह ने देश भर में जांच की नीति और जांच किट की उपलब्धता की समीक्षा के साथ हॉट-स्पॉट और कलस्टर प्रबंधन की नीति की समीक्षा की। मंत्री समूह को पीपीई, मास्क, वेंटिलेटर, दवाओं और अन्य आवश्यक उपकरणों की आवश्यकता के आधार पर उपलब्धता तथा पर्याप्तता से अवगत कराया गया। मंत्री समूह को बताया गया कि पीपीई बनाने के लिए स्वदेशी निर्माताओं की पहचान की गई है और उन्हें आर्डर दे दिए गए हैं। इसके अलावा, वेंटिलेटर के लिए भी आर्डर दिए गए हैं। मंत्री समूह को कोविड-19 की वर्तमान में जांच कर रही सार्वजनिक और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या और प्रतिदिन प्रयोगशालाओं के नेटवर्क में की जा रही जांच की संख्या से अवगत कराया गया। मंत्री समूह ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के कार्यान्वयन की स्थिति की समीक्षा की। मंत्री समूह ने मंत्रालयों और उच्चाधिकार समूहों के कार्य पर संतोष व्यक्त किया।
आज की बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव श्रीमती प्रीति सूदन, सचिव वस्त्र श्री रवि कपूर, सचिव नागरिक विमानन श्री प्रदीप सिंह खरोला, सचिव पर्यावरण, वन और जलवायुपरिवर्तन श्री सी.के. मिश्रा, सचिव औषधि श्री पी.डी. वघेला, विशेष सचिव स्वास्थ्य श्री संजीवा कुमार, अपर सचिव गृह मंत्रालय श्री अनिल मलिक, अपर सचिव आर्थिक कार्य विभाग श्री के. राजा रमन, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. राजीव गर्ग, महानिदेशक डीजीएफटी श्री अमित यादव, आईसीएमआर में महामारी और संचारी रोगों के प्रमुख डॉ. रमन गंगाखेडकर, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री लव अग्रवाल तथा सेना, आईटीबीपी, औषधि, डीजीसीए और वस्त्र विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री समूह ने देश भर में जांच की नीति और जांच किट की उपलब्धता की समीक्षा के साथ हॉट-स्पॉट और कलस्टर प्रबंधन की नीति की समीक्षा की। मंत्री समूह को पीपीई, मास्क, वेंटिलेटर, दवाओं और अन्य आवश्यक उपकरणों की आवश्यकता के आधार पर उपलब्धता तथा पर्याप्तता से अवगत कराया गया। मंत्री समूह को बताया गया कि पीपीई बनाने के लिए स्वदेशी निर्माताओं की पहचान की गई है और उन्हें आर्डर दे दिए गए हैं। इसके अलावा, वेंटिलेटर के लिए भी आर्डर दिए गए हैं। मंत्री समूह को कोविड-19 की वर्तमान में जांच कर रही सार्वजनिक और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या और प्रतिदिन प्रयोगशालाओं के नेटवर्क में की जा रही जांच की संख्या से अवगत कराया गया। मंत्री समूह ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के कार्यान्वयन की स्थिति की समीक्षा की। मंत्री समूह ने मंत्रालयों और उच्चाधिकार समूहों के कार्य पर संतोष व्यक्त किया।
आज की बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय की सचिव श्रीमती प्रीति सूदन, सचिव वस्त्र श्री रवि कपूर, सचिव नागरिक विमानन श्री प्रदीप सिंह खरोला, सचिव पर्यावरण, वन और जलवायुपरिवर्तन श्री सी.के. मिश्रा, सचिव औषधि श्री पी.डी. वघेला, विशेष सचिव स्वास्थ्य श्री संजीवा कुमार, अपर सचिव गृह मंत्रालय श्री अनिल मलिक, अपर सचिव आर्थिक कार्य विभाग श्री के. राजा रमन, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. राजीव गर्ग, महानिदेशक डीजीएफटी श्री अमित यादव, आईसीएमआर में महामारी और संचारी रोगों के प्रमुख डॉ. रमन गंगाखेडकर, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री लव अग्रवाल तथा सेना, आईटीबीपी, औषधि, डीजीसीए और वस्त्र विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।