नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि हमें अलर्ट रहने की जरूरत है, लेकिन घबराने की नहीं। इधर दिल्ली, गाजियाबाद और राजस्थान के जैसलमेर में रद.1 के मरीज मिलने से चिंता और बढ़ गई है।
राज्यों को सहयोग का दिया भरोसा
उन्होंने कहा कि यह संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम करने का समय है। अस्पताल की तैयारी, निगरानी बढ़ाने और लोगों के साथ प्रभावी संचार के मॉक ड्रिल के साथ तैयार रहना महत्वपूर्ण है। हर तीन महीने में एक बार सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की जानी चाहिए। उन्होंने राज्यों को केंद्र की ओर से सभी प्रकार के समर्थन का आश्वासन भी दिया।
वेरिएंट माइल्ड लेकिन रहें अलर्ट
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है इसलिए देश को सजग रहना होगा। उन्होंने जोड़ा कि JN.1 का स्वरूप माइल्ड हो लेकिन लोगों के जीवन पर इसका असर न पड़े, इसके लिए तैयारी पूरी करनी होगी। इसका संक्रमण जल्दी फैल रहा है। पिछले दो हफ्तों में कोरोना से 16 लोगों की जान गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव सुधांश पंत ने ग्लोबल नंबर की तुलना में भारत में मामले काफी कम हैं। लेकिन, पिछले दो हफ्तों में सक्रिय मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है। यह 6 दिसंबर को 115 से बढ़कर आज 614 हो गई है। पंत ने कहा कि अभी 92.8 प्रतिशत मामले होम-आइसोलेशन के हैं। अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं देखी गई है।