स्वास्थ्य मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता में बढ़ोतरी के लिए दूरदर्शन, प्रसार भारती के साथ रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। यह पहली बार है कि किसी मंत्रालय और दूरदर्शन के बीच रणनीतिक साझेदारी पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किया गया है
Shri N.S. Kang, AS&DG (NACO), Smt. Dharitri Panda, JS, Dr. Rakesh Kumar, JS (RCH, IEC) and Shri K. L. Sharma, JS from M/oH&FW along with senior officials from DD are also seen.
नई दिल्ली/10.12.15/ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक उल्लेखनीय कदम उठाते हुए आज सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों पर जागरूकता में बढ़ोतरी के लिए दूरदर्शन (डीडी), प्रसार भारती के साथ रणनीतिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस एमओयू पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव के बी अग्रवाल और डीडी, प्रसार भारती के महानिदेशक सी लालरोसांगा ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव श्री बी पी शर्मा एवं मंत्रालय तथा डीडी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किया।
इस एमओयू की मुख्य बातों को रेखांकित करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव ने कहा कि यह पहली बार है कि किसी मंत्रालय और दूरदर्शन के बीच रणनीतिक साझेदारी पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किया गया है। इस साझेदारी के साथ दूरदर्शन मंत्रालय को उसकी आईईसी गतिविधियों के लिए पर्याप्त मात्रा में बोनस प्रसारण समय मुहैया कराने के लिए सहमत हो गया है। यह समझौता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को आम लोगों के बीच, खासकर ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों में जहां दूरदर्शन की पहुंच काफी अधिक है, सार्वजनिक स्वास्थ्य के अहम मुद्दों पर उल्लेखनीय उपस्थिति सृजित करने का अनोखा अवसर देगा। सचिव ने यह भी कहा कि आईईसी गतिविधियां किसी भी स्वास्थ्य नीति का एक बेहद महत्वपूर्ण तत्व है क्योंकि जागरूकता से व्यवहार में जो बदलाव आता है उसका स्वास्थ्य परिणामों पर गहरा असर पड़ता है। उऩ्होंने कहा कि बढ़े हुए प्रसारण समय का सार्थक रूप से उपयोग हाथ धोने, स्तनपान, तंबाकू/मादक दृव्य/शराब आदि छोड़ने और स्वस्थ आदतों का पालन करने जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के जरिये देश में स्वास्थ्य वर्धक वातावरण सृजित करने में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बचाव संबंधी तथा स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां मंत्रालय के आईईसी गतिविधियों के मूल में रही हैं।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर एएस एवं डीजी (एनएसीओ) श्री एन एस कांग, जेएस (आरसीएच, आईईसी); जेएस श्रीमती धरित्री पांडा और जेएस के एल शर्मा भी उपस्थित थे।