नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। पोलियो और कुष्ट मुक्त भारत अब आंखों से जुड़ी गंभीर बीमारी ट्रेकोमा से जंग जीत ली है। इसे लेकर दुनियाभर में भारत की प्रशंसा की जा रही है। WHO ने इस बात की घोषणा की है। लंबे समय से यह बीमारी लोगों के लिए खतरे का सबब बनी थी। संगठन ने इसको लेकर प्रशस्ति पत्र देकर भारत को सम्मानित भी किया है।
अंधा भी बना सकेगा यह रोग
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रेकोमा आंखों से जुड़ी ऐसी गंभीर बीमारी है, जो आमतौर पर बैक्टीरियल इंफेक्शन से शुरू होती है। इसे अगर नजरअंदाज किया जाए तो आगे चलकर यह अंधेपन में भी तब्दील हो जाती है। यह बीमारी क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस नामक जीवाणु के कारण फैलती है। इसके चलते आंखों में मौजूद कॉर्निया पर भी प्रभाव पड़ता है और मरीज को आंखों से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसका संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से भी हो सकता है।
ट्रेकोमा के लक्षण
ट्रेकोमा होने पर मरीज को आंखों में दर्द होने के साथ ही धुंधला दिखाई दे सकता है। इस समस्या में आंखों में जलन या आंखों से पानी निकलने जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में पलकें आंखों में अपने आप मुड़ जाती हैं। इससे आंखों में बार-बार खुजली और सूजन हो सकती है। इस स्थिति में रोशनी के संपर्क में आने से आंखों में चुभन महसूस हो सकती है।
क्यों होता है ट्रेकोमा
यह आमतौर पर बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरे को ट्रेकोमा हो सकता है। संक्रमित व्यक्ति के साथ टॉवल, कपड़े या अन्य चीजें शेयर करने से भी यह बीमारी हो सकती है। यह बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया कई बार नाक या मुंह के रास्ते शरीर में घुस सकते हैं, जिससे यह बीमारी हो सकती है।