नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर मनसुख मंडाविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ टीकाकरण कार्यक्रम हर घर दस्तक अभियान के दूसरे चरण की प्रगति की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से एक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने जोर देकर कहा, “कोविड अभी समाप्त नहीं हुआ है। कुछ राज्यों में कोविड के बढ़ते मामलों की खबरें आ रही हैं। इस समय सतर्क रहना और मास्क पहनना और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सुरक्षित दूरी बनाए रखने जैसे कोविड उपयुक्त व्यवहार को नहीं भूलना चाहिए।”
कोविड जांच पर रखें नजर
कुछ जिलों और राज्यों में कोविड मामलों की सकारात्मकता में वृद्धि और कोविड 19 नमूनों की जांच में कमी पर प्रकाश डालते हुए डॉक्टर मंडाविया ने कहा कि अधिक कोविड नमूनों तथा समय पर की गई जांच से कोविड मामलों की शीघ्र पहचान हो सकेगी और समुदाय में इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने राज्यों से देश में नए वेरिएंट की पहचान करने के लिए निगरानी जारी रखने और जीनोम अनुक्रमण पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, यानी जांच, पहचान, उपचार, टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार (सीएबी) के पालन की पांच-स्तरीय रणनीति को जारी रखने और निगरानी करने की आवश्यकता है।
अभियान की हुई समीक्षा
कमजोर आयु समूहों के बीच कोविड टीकाकरण के महत्व पर बल देते हुए, उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से व्यक्तिगत रूप से 1 जून से शुरू हुए महीने भर चलने वाले हर विशेष टीकाकरण कार्यक्रम घर दस्तक अभियान के दूसरे चरण की स्थिति और प्रगति की समीक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘आइए हम पहली और दूसरी खुराक के लिए 12 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के सभी लाभार्थियों की पहचान करने के अपने प्रयासों में तेजी लाएं, ताकि वे टीके की सुरक्षा के साथ स्कूलों में जा सकें।‘‘ उन्होंने कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का जनसंख्या समूह एक संवेदनशील श्रेणी है और इसे एहतियाती खुराक के साथ सुरक्षित करने की आवश्यकता है।