पटना (स्वस्थ भारत मीडिया)। पूर्ण अंधकार की दुनिया में अपने प्रियजनों को फिर से देखना एक सपने से ज्यादा कुछ नहीं हो सकता है और इस सपने को साकार किया है दिवंगत 72 वर्षीय श्रीमती कुसुम लता चोखानी ने।
मानवता के लिये बड़ा संदेश
दरअसल पटना के सिमेज कॉलेज के निदेशक श्री नीरज अग्रवाल की सासू मां श्रीमती कुसुम लता चोखानी का निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने धर्मपत्नी मेघा अग्रवाल सहित संपूण परिवार से इस इरादे पर बात की और सबकी सहमति से नेत्रदान करने का फैसला लिया। यह मानवता के लिये एक बड़ा संदेश था क्योंकि इससे किसी की दुनिया रोशन होने वाली थी।
2017 से अब तक 49 दाता
श्रीमती विनीता मिश्रा के प्रयास के बाद श्री शैलेश महाजन की उपस्थिति के बीच IGIMS की तरफ से डॉ सुमेधा, मारूति नंदन और दीपक कुमार ने इस नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया। मालूम हो कि दधिची देह दान समिति भी इस पुनीत कार्य में सक्रिय है जिससे बिहार में इसके प्रति जागरूकता बढ़ी है। उसकी वेबसाइट के मुताबिक 2017 से अब तक 49 के अंगदान हुए हैं जिसमें 6 संपूर्ण शरीर का दान भी है।