नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने 4 मार्च को दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन संचालन समूह (एमएसजी) की नौवीं बैठक की अध्यक्षता की। इसमें विधि मसलों पर चर्चा की गई।
बैठक के मुख्य बिंदु
बैठक में श्री नड्डा ने एनएचएम की उपलब्धियों की सराहना की और विभिन्न पहलों और योजनाओं के परिणाम सुनिश्चित करने में एमएसजी की भूमिका के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने जमीनी स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) की भूमिका के महत्व को रेखांकित किया और उनकी क्षमताओं को बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका की सराहना की और उनके सशक्तीकरण एवं कल्याण पर बल दिया। उन्होंने भीष्म क्यूब्स जैसे नवीनतम प्रयासों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (PM-ABHIM) को भी MSG में शामिल किया गया।
बैठक में दी गई उपलब्धियों की जानकारी
- भारत ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (एनएचपी) के तहत प्रति एक लाख जीवित जन्मे बच्चों में मातृ मृत्यु दर 100 का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
- 1990 से 2020 के बीच भारत में एमएमआर में 83 प्रतिशत की गिरावट आई है।
- इस अवधि के दौरान भारत में शिशु मृत्यु दर में 69 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर में 75 प्रतिशत की गिरावट आई है।
- कुल प्रजनन दर 1992-93 में 3.4 से घटकर 2019-21 में 2.0 हो गई।
- जेब से किया जाने वाला व्यय 2004-05 में कुल स्वास्थ्य व्यय (THE) के 69.4 प्रतिशत से घटकर 2021-22 में टीएचई का 39.4 प्रतिशत हो गया है।
- एनएचएम के अंतर्गत स्वास्थ्य मानव संसाधन संवर्धन (एचआरएच) में वृद्धि, 2006-07 के 23 हजार से बढ़कर 2023-24 में 5.23 लाख हो गई।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को मातृ एवं नवजात टिटनेस उन्मूलन के लिए प्रमाणित किया।
- भारत सरकार ने ट्रैकोमा को जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त कर दिया है।
- आज देश में 1.76 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यरत हैं।
- पिछले 5 वर्षों में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में आने वाले मरीजों की वार्षिक संख्या 2019-20 के 13.49 करोड़ से बढ़कर 2023-24 में 121.03 करोड़ हो गई है।
- राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2015-23 के दौरान टीबी के मामलों में 18 प्रतिशत की कमी देखी गई।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा 748 जिलों को कवर किया गया है। - सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत 5 करोड़ से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है।
मलेरिया उन्मूलन मिशन के तहत 2014 की तुलना में 2023 में मलेरिया के मामलों में 79.3 प्रतिशत की कमी देखी गई। - भारत ने 2023 तक कालाजार उन्मूलन का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
- जून 2024 में स्वास्थ्य सुविधाओं के स्व-मूल्यांकन के लिए ओडीके टूल किट लॉन्च किया गया।
बैठक के महत्वपूर्ण सुझाव
बैठक में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। देश में मोटापे की समस्या से निपटने के लिए आयुष समाधान के साथ-साथ आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से स्क्रीनिंग और प्रबंधन पर जोर दिया गया। श्री नड्डा ने कहा कि एमएसजी बैठक के दौरान लिए गए निर्णयों से स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता बढ़ेगी और जमीनी स्तर पर परिणाम सामने आएंगे।
बैठक में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
- केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव और श्रीमती अनुप्रिया पटेल
- नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री सुमन के. बेरी।
- नीति आयोग के सदस्य श्री वी.के. पॉल।
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, आयुष, पेयजल एवं स्वच्छता, पंचायती राज, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के सचिव।
- महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, शिक्षा, आवास एवं शहरी मामले, व्यय विभाग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अधिकारी।
- उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा सहित उच्च केंद्र बिंदु वाले राज्यों के स्वास्थ्य सचिव।
नीति आयोग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी।