नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल ने पहले राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य भारत सम्मेलन (NPHICON-2024) का उद्घाटन किया। यह 23 से 25 फरवरी तक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अंतर्गत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
स्वस्थ आबादी की बड़ी भूमिका
उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन में नेतृत्व और समर्पण के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की सराहना की, जो अनुकूल स्वास्थ्य नीतियों और हस्तक्षेपों के विकास में योगदान देगा। उन्होंने कहा कि कोविड काल में इसने एक योद्धा की भूमिका निभायी है। प्रो. बघेल ने कहा कि एक स्वस्थ आबादी न केवल अधिक उत्पादक होती है, बल्कि प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के लिए भी अधिक अनुकूल होती है। इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपने विकास एजेंडे में स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
आरोग्य मंदिर पर निर्भर रहना होगा : डाॅ. पाॅल
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी.के. पॉल ने भारत को स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने के लिए अपने स्वास्थ्य केंद्रों के मजबूत नेटवर्क विशेषकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर निर्भर रहना होगा। उन्होंने शोधकर्ताओं से अनुसंधान के लिए अच्छी पद्धतियों पर टिके रहने का आग्रह किया ताकि भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों से आसानी से निपटा जा सके।
दिग्गजों की रही उपस्थिति
सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) प्रोफेसर अतुल गोयल और भारत में WHO के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच. ऑफ्रिन आदि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर संशोधित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) वेबसाइट, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का एक नया ई-जर्नल, एपी-डिस-फेरे पब्लिक हेल्थ रेजिलिएंस और ई-टेक्नो-डॉक भी शुरू किया गया।