आज के इंटरनेटिया युग में जब डाकिया के महत्व को हम भूलते जा रहे हैं, ऐसे में इस कोरोना-काल में डाकिया के जिम्मे एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है
आशुतोष कुमार सिंह
नई दिल्ली/ 14 अप्रैल
डाकिया से भारत का बहुत ही गहरा नाता रहा है। प्रत्येक गांव का डाकिया लोगों को सुख-दुख में साथ देता रहा है। आज के इंटरनेटिया युग में जब डाकिया के महत्व को हम भूलते जा रहे हैं, ऐसे में इस कोरोना-काल में डाकिया के जिम्मे एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
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डाक बाबू अब आपकी जरूरी दवाइयां आप तक पहुंचाएंगे। यह बात मैं नहीं कह रहा हूं। यह बात खुद संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है। उन्होंने डाक विभाग के सचिव से स्पीड पोस्ट के जरिये दवाओं की डिलीवरी को सर्वोच्च प्राथमिकता सुनिश्चित करने को कहा है।
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केंद्रीय संचार, न्याय एवं विधि, इलेक्ट्रोनिक्स तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डाक विभाग के सचिव को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि लाकडाउन के दौरान स्पीड पोस्ट के जरिये दवाओं की डिलीवरी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। संचार मंत्री ने आज एक ट्वीट में साझा किया कि भारतीय डाक के सभी कर्मचारियों को सेंसिटाइज किया जाए जिससे कि किसी को भी दवाओं को भेजने या प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
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सरकार का यह फैसला बहुत ही सार्थक है। क्योंकि बहुत सी जरूरी दवायों को गांव तक पहुंचाने में असुविधा हो रही थी। इस फैसले अब यह असुविधा दूर हो सकेगी।