नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने यहां कहा कि सरकार सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा सुलभ करने के मकसद से स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत कर रही है। वे दिल्ली विश्वविद्यालय के एक घटक चिकित्सा संस्थान यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (UCMS) के 53वें स्थापना दिवस समारोह और दीक्षांत समारोह को संबेधित कर रहे थे।
हर मेडिको पर सरकार का भी खर्च
उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक एमबीबीएस छात्र पर 30-35 लाख रुपये खर्च करती है। ऐसे में नए डॉक्टरों से अपेक्षा है कि वे अपने पेशेवर करियर की शुरुआत करते समय अधिक जिम्मेदारियां निभाएं। 2017 में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति में किए गए बदलावों की चर्चा करते उन्होंने कहा कि इसके तहत स्वास्थ्य सेवा को केवल उपचारात्मक दृष्टिकोण से देखने के बजाय समग्र दृष्टिकोण से देखा जाता है, जो निवारक, एकीकृत और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में हाल ही में हासिल की गई उपलब्धियों पर भी जोर दिया।
छात्रों के बीच डिग्री वितरित
समारोह के दौरान 146 MBBS छात्रों, 145 MD/MS छात्रों, 17 BSC (MT) रेडियोलॉजी छात्रों और 4 MSC (R&MIT) छात्रों को डिग्री प्रदान की गई तथा 62 पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त, मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी (MLT) में 4 प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेजेज प्रोफेसर बलराम पाणि, UCMS के शासी निकाय के अध्यक्ष और गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) महेश वर्मा, NMC के सचिव और उप महानिदेशक (चिकित्सा शिक्षा) प्रोफेसर बी श्रीनिवास, दिल्ली मेडिकल काउंसिल (DMC) के रजिस्ट्रार और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. गिरीश त्यागी, UCMS की प्रिंसिपल डॉ. अमिता सुनेजा और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।