नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने आदेश निकाल कर कहा है कि हेल्थ बीमाधारक हर हाल में एक घंटे में कैशलेस इलाज की अनुमति देनी होगी। डिस्चार्ज के लिए अस्पताल में इंतजार नहीं करवाया जा सकता। इसके लिए तीन घंटे का समय दिया गया है। देर होने पर अस्पताल अधिक चार्ज करे तो वह भी देना होगा। इसके अलावा बीमाकर्ताओं को प्रत्येक पॉलिसी दस्तावेज के साथ एक ग्राहक सूचना पत्र (CIS) भी देना होगा।
ब्रिटेन और अमेरिका पर फार्मा उद्योग की नजर
चालू साल में भारतीय फार्मा उद्योग की नजर 31 अरब डॉलर की दवा के निर्यात पर है जिसके लिए ब्रिटेन और अमेरिका के बाजार तक पहुंचने का लक्ष्य है। पिछले साल 27.9 अरब डॉलर के औषधि उत्पादों का निर्यात हुआ था। फार्मास्युटिकल एक्सपोर्ट्स प्रमोशन काउंसिल (FAPC) की नजर बेल्जियम, नीदरलैंड आदि पर भी है। भारतीय औषधि निर्यात में ब्रिटेन की हिस्सेदारी 2.82, अफ्रीका की लगभग 14.19 तों अमेरिका की 31 प्रतिशत है।