पटना (स्वस्थ भारत मीडिया)। पूर्वाेत्तर भारत के सबसे बड़ा कैंसर अस्पताल महावीर कैंसर संस्थान और शोध केंद्र ने भर्ती मरीजों को अधिक से अधिक सुविधायें देने का फैसला लिया है। उन्हें दवा की खरीद पर भारी छूट दी जाएगी एवं कैंसर मरीजों की मौत हो जाने पर उनके घर तक डेड बॉडी ले जाने के लिए शव वाहन की मुफ्त सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। मरीजों को बिहार सरकार से आर्थिक सहायता दिलाने के लिए संस्थान ने अलग काउंटर ही बना रखा है।
बच्चों के लिए कैंसर अस्पताल की तैयारी
पिछले दिनों महावीर कैंसर संस्थान के शासी निकाय की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में गरीब मरीजों के हित में कई कदम उठाये गये हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि संस्थान की फार्मेसी 24 घंटे खुली रहेगी। इसके साथ-साथ बच्चों के लिए कैंसर अस्पताल एवं मरीजों को ठहरने के लिए एक अलग धर्मशाला निर्माण के कार्यों की समीक्षा की गई।
कम कीमत पर दवा मिलेगी
बैठक की अध्यक्षता पूर्व जज एसएन झा ने की। इसमें विजय शंकर दूबे, पूर्व मुख्य सचिव, महावीर मन्दिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल, पूर्व जज वासुदेव राम सहित सारे सदस्य उपस्थित थे। वहां के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एलबी सिंह ने बताया कि कैंसर हो जाने पर मरीज और उसके परिवार पर आफत का पहाड़ टूट पड़ता है क्योंकि कैंसर का इलाज काफी खर्चीला और काफी महंगा होता है। ऐसी विषम परिस्थितियों को देखते हुए संस्थान ने कैंसर मरीजों के लिए दवाइयों के कीमत में भारी कटौती कर दी है। अब संस्थान में कैंसर की दवा एम.आर.पी. एवं बाजार के खुदरा दूकानों के मूल्य से बहुत कम कीमतों में उपलब्ध कराई जाएगी।
घर जक ले जाने के लिए शववाहन भी मुफ्त
इसके अलावा महावीर मंदिर की तरफ से मुफ्त शव वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। अभी तक पटना नगर निगम के क्षेत्र वाले इलाकों में मुफ्त शव वाहन प्रदान की जाती थी, अब यह सुविधा पूरे बिहार भर के लिए उपलब्ध होगी जिससे मृतकों को उनके घर तक मुफ्त पहुँचाया जा सके।