नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) के दुरुपयोग करने पर अब तक 1,114 अस्पतालों को पैनल से हटा दिया गया है और 549 अस्पतालों को निलंबित कर दिया गया है। 1,504 से अधिक अस्पतालों पर 122 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। उन्होंने कहा कि दुरुपयोग का पता लगाने के लिए मेडिकल ऑडिट के अलावा कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी, मशीन लर्निंग एल्गोरिदम, इमेज क्लासिफिकेशन और डी-डुप्लीकेशन आदि का उपयोग किया जाता है। राज्यसभा में स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव ने यह जानकारी दी।
वय वंदना कार्ड पर अपडेट
एक प्रश्न के उत्तर में श्री जाधव ने उसी सदन में बताया कि 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को सालाना 5 लाख रुपये तक के मुफ्त उपचार के लिए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत वयवंदना कार्ड जारी किये जा रहे हैं। इसके तहत 27 विशेष चिकित्सा क्षेत्रों में 1961 प्रक्रियाओं से संबंधित कैशलेस स्वास्थ्य सेवा प्रदान की गई है। कार्डधारक 13,352 निजी अस्पतालों सहित 30,072 से अधिक अस्पतालों में योजना का लाभ प्राप्त करने के पात्र हैं।
फार्मेसी शिक्षा की गुणवत्ता
उधर फार्मेसी क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कई प्रयास किये गये हैं। स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने राज्य सभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बी.फार्मा पाठ्यक्रम में संशोधन, पारदर्शी पंजीकरण पोर्टल की शुरुआत, भारतीय गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआई) के सहयोग से फार्मेसी शिक्षा संस्थानों के लिए मूल्यांकन और रेटिंग प्रणाली में बदलाव तथा अन्य उपाय किये गये हैं। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रावधान के मुताबिक बी.फार्मा और डी.फार्मा कोर्स में सैद्धांतिक और प्रायोगिक कक्षाओं में स्टाफ-छात्र अनुपात का भी पालन किया जा रहा है।