नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। डॉक्टर से दिखाने के बाद पर्ची लेकर मेडिकल स्टोर जाने पर दवा के साथ आपको पूछना भी पड़ता है कि इसे कब और कैसे लें। वैसे इसकी भी जानकारी पर्ची पर लिखी होती है लेकिन शॉर्टेकट में, जिसे समझने में दिक्कत हो सकती है। यहां ऐसे कुछ शॉर्टकट हैं जिससे आपकी समस्या दूर हो सकती है। जैसे AC यानी खाने से पहले, PC यानी खाने के बाद, OD यानी दिन में एक बार, BD/BDS यानी दिन में दो बार, TD/TDS मतलब दिन में तीन बार, QD/QDS यानी दिन में चार बार, SOS मतलब जरूरत होने पर, TAB यानी टैबलेट, CAP यानी कैप्सूल और AMP मतलब इंजेक्शन के रूप में, AD LIB-जरूरत हो उतना लें, GM-ग्राम, GTT-ड्रॉप्स।
10 फीसद लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारी
ब्रिटिश लिवर ट्रस्ट की स्टडी के मुताबिक 10 में से एक व्यक्ति को लिवर से संबंधित रोग हो सकते हैं। ट्रस्ट ने 20 से ज्यादा शहरों में लिवर चेकअप रोड शो का आयोजन किया था। इसमें स्कैन के माध्यम से इसका खुलासा हुआ। ऐसे रोग का सबसे बड़ा खतरा यह है कि इसके लक्षण बहुत देर से दिखाई देते हैं। जब तक लक्षण दिखते हैं, तब तक लिवर काफी हद तक डैमेज हो चुका होता है। ट्रस्ट की चीफ एग्जीक्यूटिव पामेला हीली ओबीई कहती हैं कि लिवर रोग बिना किसी लक्षण के धीरे-धीरे विकसित होता है। तीन चौथाई लोगों का निदान तब होता है जब यह सिरोसिस की स्थिति में पहुंच चुका होता है।
टीबी मरीजों को एकमुश्त पोषण राशि
यूपी में टीबी मरीजों को मिलने वाली पोषण राशि अब दो किश्तों में भेजी जायेगी। लखनऊ के जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.एके सिंघल ने यी जानकारी दी। टीबी मरीज के नोटिफाइड होते ही 1500 रुपये की पहली किश्त उसके खाते में भेज दी जाएगी। इसके बाद 84 दिन पूरे होने के बाद 1500 रुपये की दूसरी किश्त जारी की जाएगी। तीन महीने की एकमुश्त राशि से टीबी रोगी इसका उपयोग समय से और सही से कर पायेंगे।