नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने तालकटोरा स्टेडियम में विश्व एड्स दिवस समारोह का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से 3000 से अधिक लोगों, एचआईवी (PLHIV) समुदायों के साथ रहने वाले लोगों, गैर सरकारी संगठनों, सीएसओ, विकास भागीदारों और युवाओं ने भाग लिया।
एक ही नारा-समानता
डॉ. भारती ने वीडियो संदेश में कहा कि इस वर्ष विश्व एड्स दिवस का विषय ‘समानता’ है, जो इस धर्मयुद्ध से जुड़े सभी लोगों के लिए कार्रवाई के लिए एक नारा है। यह देश भर में एचआईवी (human immunodeficiency virus) संक्रमित और प्रभावित आबादी में असमानताओं को दूर करने के लिए आवश्यक व्यावहारिक कार्रवाई करने का आह्वान करता है और एड्स (acquired immunodeficiency syndrome) को समाप्त करने में भी मदद करता है।
सामाजिक समावेशिता बढ़ाने पर बल
उन्होंने HIV से निपटने के लिए सामाजिक समावेशिता बढ़ाने और एक बहुक्षेत्रीय दृष्टिकोण का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी संगठनों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्थापित युवा समुदायों के प्रयासों से रचनात्मकता का दोहन किया जाना चाहिए। इस कड़ी में रेड रिबन क्लब भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और 12,500 से अधिक ऐसे क्लबों के साथ बड़े पैमाने पर जागरूकता पैदा करने के लिए उनका उपयोग किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में कई रिपोर्ट भी जारी की गई।
HIV संक्रमण में 46 प्रतिशत की गिरावट
विशेष सचिव एस गोपालकृष्णन ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (NACP) की उपलब्धियों और वर्ष के दौरान की गई महत्वपूर्ण गतिविधियों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। अतिरिक्त सचिव और महानिदेशक नाको सुश्री हेकाली झिमोमी ने कहा कि वैश्विक औसत 32 प्रतिशत के मुकाबले 2010-2021 के बीच वार्षिक नए एचआईवी संक्रमणों में 46 प्रतिशत की गिरावट आई है। वैश्विक औसत 52 प्रतिशत के मुकाबले एड्स से संबंधित मृत्यु दर में भी 76 प्रतिशत की गिरावट आई है।