नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। दिल्ली स्थित एम्स के डॉक्टरों ने डॉ. दीपक कुमार गुप्ता के नेतृत्व में करीब 6 साल की बच्ची के ब्रेन ट्यूमर की दुर्लभ सर्जरी की है। डॉक्टरों का दावा है कि इस तकनीक के जरिए यह दुनिया की सबसे कम उम्र के बच्चे में हुई पहली सर्जरी है। इस तकनीक का नाम है चेतन निश्चेतन विधि (कॉन्शियस सेडेशन)। सर्जरी के दौरान जनरल एनेस्थीसिया नहीं दी गई। करीब साढ़े तीन घंटे चली सर्जरी के दौरान बच्ची पूरे होश में थी। डॉक्टरों के मुताबिक ये काफी चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी। सर्जरी के दौरान बच्ची ने बहुत ही अच्छे से सहयोग किया।
AI मॉडल करेगा कोरोना के लहर की भविष्यवाणी
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक ऐसा AI मॉडल विकसित किया है जो कोरोना की लहर के आने से पहले ही इसकी भविष्यवाणी कर देगा। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के कुछ वैज्ञानिकों ने यह विकसित किया है। यह भविष्यवाणी कर सकता है कि कौन से वैरिएंट नई लहर का कारण बन सकते हैं। इस मॉडल को विकसित करने वाली टीम का नेतृत्व रेटसेफ लेवी ने किया। उन्होंने 9 मिलियन Sars-Cov-2 जेनेटिक सिकवेन्स का विश्लेषण किया है। इसके लिए 30 देशों से सैंपल एकत्र किए गए थे।
अर्जेंटीना में नया वायरस WEE
कोरोना के फैलते संक्रमण के बीच एक और रेयर वारयस ने WHO का ध्यान खींचा है। यह वायरस है WEE। मामला अर्जेंटीना का है। उसके अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम नेशनल फोकल पॉइंट (IHR NFP) ने WHO को वेस्टर्न इक्विन एन्सेफलाइटिस (WEE) संक्रमण के एक ह्यूमन मामले के बारे में सूचित किया है। अर्जेंटीना में आखिरी बार WEE के ह्यूमन मामले 1982-1983 और 1996 में सामने आए थे। यह एक रेयर मच्छर जनित वायरल बीमारी है, जो मुख्य रूप से घोड़ों और मनुष्यों को प्रभावित करती है।